लखनऊ : विद्यालय निर्माण की जांच करने पहुंची टीम पर भड़के ग्रामीण, थरी पंचायत में कन्या माध्यमिक विद्यालय के ढहने का मामला, 80 फीसदी हो गया निर्माण कोई देखने नहीं पहुंचा
माल। थरी पंचायत में निर्माणाधीन कन्या माध्यमिक विद्यालय का भवन ढहने के मामले की जांच शुक्रवार को पहुंची टीम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने घटिया निर्माण पर नाराजगी जताई और शासन से मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
थरी पंचायत में निर्माणाधीन कन्या माध्यमिक विद्यालय भवन का गुरुवार को एक बड़ा हिस्सा उस समय भरभरा कर गिर गया जब मजदूर काम कर रहे थे। जिसमें कई मजदूरों की जान जाते जाते बच गई। मामले की जांच करने पहुंची टीम को उग्र ग्रामीणों के गुस्से का सामना भी करना पड़ा। ग्रामीणों और ग्राम प्रधान द्वारा बार-बार अधिकारियों एवं ठेकेदार से शिकायत करने के बाद भी निर्माण में घटिया सामग्री एवं मानको की अनदेखी करके निर्माण कार्य कराया जाता रहा। बेखौफ ठेकेदार अपने रसूख का इस्तेमाल करता रहा। यहां तक कि बीती रात भी अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए जिम्मेदारों ने उच्चाधिकारियों को गुमराह करने के लिए इमारत के गिरे हुए हिस्से का मलवा चोरी छुपे हटवा कर स्थिति सामान्य दर्शाने का प्रयास किया।
ग्रामीणों ने बताया कि 80 फीसदी निर्माण कार्य हो जाने तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी निर्माण कार्य का निरीक्षण करने नहीं पहुंचा। शुक्रवार को अधिशाषी अभियंता एआर खान, एई जेपी सिंह, जेई श्रीवास्तव के साथ मौके पर पहंुचे। उन्होंने विद्यालय भवन का निरीक्षण करने के बाद स्वीकार किया कि घटिया सामग्री का प्रयोग एवं निर्धारित मानकों की अनदेखी की गई है।ब्लैक लिस्टेड होगी निर्माण कार्य एजेंसीजांच टीम ने कहा कि विद्यालय भवन के निर्माण में बरती गई लापरवाही से आई कमियों को पुन: दुरुस्त करने के बाद विद्यालय भवन को शिक्षा विभाग को सौंपा जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया भवन के निर्माण कार्य में लापरवाही और मानकों के विपरीत कार्य करने वाली निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। वहीं, दोषी ठेकेदार व इंजीनियर के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण कार्य अब दूसरी एजेंसी से कराया जाएगा।