लखनऊ : लाभदायक होगी जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा, सीएमएस में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्री-प्राइमरी एवं प्राइमरी प्रधानाचार्य सम्मेलन सम्पन्न
लखनऊ (एसएनबी)। सिटी माण्टेसरी स्कूल के क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन विभाग के तत्वावधान में सीएमएस कानपुर रोड के प्रेक्षागृह में आयोजित तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय प्री-प्राइमरी एवं प्राइमरी प्रधानाचार्य सम्मेलन (आईसीपीपीपी-2017) शिक्षा पण्राली मे गुणात्मक सुधार के संकल्प के साथ रविवार को संपन्न हो गया। इस दौरान देश-विदेश से पधारे शिक्षाविदों ने सम्मेलन का फीड बैक प्रस्तुत करते हुए कहा कि जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा मानव जाति के लिए अति लाभदायक सिद्ध होगी।इस अवसर पर सीएमएस की एकेडमिक एडवाइजर डा. सुनीता गांधी ने कहा किािक्षा एक जटिल विषय है, निश्चित समाधान मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा पद्धति में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने शिक्षक व छात्र के बीच सम्बन्ध को प्राथमिकता देते हुए कहा कि टीर्चस को छात्रों की समस्या से परिचित रहना चाहिए तथा अपने विषय का समुचित ज्ञान होना चाहिए।सम्मेलन की संयोजिका व सीएमएस क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन विंग की हेड सुस्मिता बासु ने कहा कि आज शिक्षकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि आने वाली पीढ़ियों को कैसे उच्च आदशरे से परिपूर्ण बनाएं।
वर्तमान संदर्भ में सामाजिक विषमताओं से मुक्ति के लिए वसुधैव कुटुम्बकम के मूलमंत्र पर आधारित शिक्षा व्यवस्था को विश्वव्यापी बनाना अब जरूरी हो गया है। सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को देश-विदेश से पधारे प्रधानाचायरे व शिक्षाविदों ने अपने अनुभवों पर विस्तार से र्चचा की। शिक्षाविदों ने कहा कि सम्मेलन में उन्होंने बहुत सी बातें सीखींहैं, जिसने उनके विचारों व सोच को एक नई दिशा दी है तथा भावी पीढ़ी के सर्वागीण विकास का अमूतपूर्व जरिया साबित हुआ है। शिक्षकों का यह मानना था भौतिक शिक्षा मनुष्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है। सम्मेलन का समापन अवार्ड वितरण के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर शिक्षा पण्राली में गुणात्मक परिवर्तन लाने वाले देश-विदेश के शिक्षकों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।