मध्याह्न भोजन परोसने वाले खुद भूखे
अंबेडकरनगर : परिषदीय विद्यालयों में तैनात रसोइयों का 91 लाख रुपये बेसिक शिक्षा विभाग दबाए बैठा है। ऐसे में विद्यालयों में बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसने वाले ये रसोइया खुद भूखे हैं, लेकिन इनकी समस्या को आठ माह से नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे वे आंदोलित हो रहे हैं। यह स्थिति जिले के शिक्षा क्षेत्र भीटी व कटेहरी की है।
भीटी शिक्षा क्षेत्र में 168 विद्यालयो में एमडीएम व्यवस्था संचालित है। इसके सापेक्ष इन विद्यालयों में 540 रसोइया तैनात हैं। वहीं कटेहरी शिक्षा क्षेत्र के 215 विद्यालयों में 600 रसोइया तैनात हैं। कुल 383 विद्यालयों के सापेक्ष उक्त शिक्षा क्षेत्रों में 1140 रसोइया हैं। रसोइया को प्रति माह एक हजार रुपये मानदेय मिलता है। इन पैसों से वे अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं, लेकिन गत जुलाई माह से अब तक उन्हें आठ माह के 91 लाख 20 हजार रुपये नहीं मिल सके। ऐसे में वे भुखमरी के कगार पर हैं। यह हाल तब है जबकी जनपद मुख्यालय के खाते में उनका 10 करोड़ रुपये मानदेय आ चुका है, लेकिन विभाग मानदेय वितरण के प्रति गंभीर नहीं है। रसोइया सुमित्रा, यशोदा, चंद्रकली, सुनीता, संगीता, सुमन, पुष्पा आदि ने बताया कि इस बाबत ग्राम प्रधान, प्रधानाध्यापक, खंड शिक्षाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, एसडीएम आदि सभी अधिकारियों को पत्र देकर मांग प्रति माह की जा रही है, लेकिन अधिकारियों ने आश्वासन के सिवाय समस्या के निदान के प्रति कोई पहल अब तक नहीं की।
--------चुनावी व्यस्तता के चलते विलंब
- भीटी के खंड शिक्षा अधिकारी केपी ¨सह तथा कटेहरी के सुरेश कुमार ने बताया कि जनपद मुख्यालय के खाते में पैसा आ चुका है। चुनावी व्यस्तता के चलते बिलंब हो रहा है। वहां वैकल्पिक व्यवस्था कर वितरण शुरू करने की कार्रवाई की जा रही है। शीघ्र ही रसोइयों की समस्या दूर कर दी जाएगी।