गोरखपुर : एमएलसी चुनाव-तीन जीत के साथ देवेन्द्र ने रचा इतिहास
गोरखपुर। गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक चुनाव में करीब 40 घंटे तक चली मतगणना के बाद निवर्तमान एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने एक बार फिर न सिर्फ जीत का स्वाद चखा बल्कि तीन बार जीतकर इतिहास भी रच दिया।
एमएलसी स्नातक सीट के लिए 1968 से चुनाव हो रहा है। पहली बार इस सीट से पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी। 1974 में हुए दूसरे चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की। लेकिन 1980 में वे हैट्रिक नहीं बना पाए। बदले राजनीतिक परिदृश्य में इस बार एडवोकेट कृष्णपाल सिंह ने जीत दर्ज कर विधान परिषद में पहुंचे। पं. सुरति नारायण मणि की तरह कृष्णपाल सिंह ने 1986 में दोबारा जीत दर्ज की मगर वे भी हैट्रिक नहीं लगा सके। 1992 में परशुराम मणि त्रिपाठी चुनाव जीते। 1998 में देवेन्द्र प्रताप सिंह पहली बार विधान परिषद के सदस्य बने। 2004 में उन्हें हराकर डॉ. वाईडी सिंह ने जीत दर्ज की। 2010 में हुए चुनाव में देवेन्द्र प्रताप सिंह ने फिर जीत दर्ज कर एमएलसी बने।
चुने जा चुके हैं आठ प्रतिनिधि
1968 - पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी
1974 - पं. सुरति नारायण मणि त्रिपाठी
1980 - कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट
1986 - कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट
1992 - परशुराम मणि त्रिपाठी
1998 - देवेन्द्र प्रताप सिंह
2004 - डॉ. वाईडी सिंह
2010 - देवेन्द्र प्रताप सिंह