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संतकबीरनगर : शिक्षा का प्रकाश फैला रहे चंद्र प्रकाश, घर पर नियमित निश्शुल्क चलाते हैं क्लास, कई लोगों ने हासिल किया है मुकाम

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संतकबीरनगर : शिक्षा का प्रकाश फैला रहे चंद्र प्रकाश, घर पर नियमित निश्शुल्क चलाते हैं क्लास, कई लोगों ने हासिल किया है मुकाम

संतकबीर नगर : खलीलाबाद जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक चंद्र प्रकाश शर्मा बच्चों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। वह विद्यालय में बच्चों को शिक्षा देते ही है, अपने घर पर गरीब बच्चों को भी निश्शुल्क दे रहे हैं। उनका यह कार्य एक दिन का नहीं अपितु प्रतिदिन का है। अब तक उनके द्वारा पढ़ाए गए बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर ऊंचे मुकाम पर पहुंचे हैं। इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। खलीलाबाद जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात चंद्र प्रकाश शर्मा इसकी मिसाल हैं। वह वर्ष 1977 से अध्यापन के क्षेत्र में आए। वर्ष 1979 में इनकी तैनाती पूर्व माध्यमिक विद्यालय खलीलाबाद में हुई। उन्होंने विद्यालय में सर्व प्रथम शैक्षणिक माहौल तैयार किया। विद्यालय के बच्चों को समय से स्कूल आने और समय से घर जाने के अनुशासन पर जोर दिया। उसके बाद उन्होंने लोगो को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। शुरू-शुरू में कमजोर बच्चों को स्कूल के बाद पढ़ाने के लिए अपने घर पर बुलाने लगे। उसके बाद वह गरीब बच्चों को भी प्रेरित कर पढ़ाने लगे। वह अपने घर पर शाम पांच बजे से छह बजे तक बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा देने लगे। इतना ही नहीं गरीब बच्चों को किताब-कापी खुद खरीद कर देते रहते हैं। वर्तमान में शाम के समय इनके घर पर विद्यालय जैसा नजारा मिलता है। वह बच्चों में अनुशासन की भी शिक्षा देते हैं। चंद्र प्रकाश का मानना है कि विद्या ही एक ऐसा दान है जिसे देने से सिर्फ लाभ मिलता है। इसे कोई छीन नहीं सकता है। इससे छात्र विनयवान बनता है। वह जहां भी रहेगा, पूरे अनुशासन में रहेगा और ईमानदारी से उत्तरोत्तर बढ़ता रहेगा। उनके पढ़ाए कई बच्चे आज प्रशासनिक सेवाओं में हैं इसके अतिरिक्त भी बच्चे अन्य क्षेत्रों में अपना अलग मुकाम बना चुके हैं। खलीलाबाद ब्लाक के रहने वाले विवेक द्विवेदी एमबीए करने के बाद अमेरिका हैं तथा भास्कर साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। कर्तव्य के प्रति समर्पण और उत्तरदायित्वों का कुशल निर्वहन करने के चलते शिक्षक चंद्र प्रकाश शर्मा को वर्ष 2014 में राष्ट्रपति पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। आज भी इनके विद्यालय में 158 बच्चे हैं जो इनकी देख रेख में उचित शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

🔵 बच्चों को पढाते चंद्रप्रकाश शर्मा’ जूनियर हाईस्कूल में बनाया शैक्षिक माहौल

🔴 इन्हें मिल चुका है राष्ट्रपति से पुरस्कार

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