मैनपुरी : बेसिक शिक्षा विभाग में हुए शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में एक लिपिक निलंबित, दूसरे के विरुद्ध लिखा पत्र
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : बेसिक शिक्षा विभाग में हुए शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में एक लिपिक को निलंबित कर दिया गया है। जबकि एक शिक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक के लिए बीएसए ने पत्र लिखा है।
42 महीने पहले हुई 10800 शिक्षक भर्ती में 13 और 28 माह पहले हुई 10 हजार शिक्षक भर्ती में जांच के बाद 10 शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र और हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी निकले थे। इन 23 शिक्षकों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया जा चुका है। 10 हजार शिक्षक भर्ती के दौरान हुई काउंसि¨लग का रजिस्टर विभाग से गायब है। काफी खोजने के बाद भी यह रजिस्टर नहीं मिला। भर्ती के फर्जीवाड़े में कई विभागीय लोगों के शामिल होने की भी आशंका है। फर्जी शिक्षकों में दो शिक्षक, विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के रिश्तेदार भी हैं। काउंसि¨लग रजिस्टर गायब होने और दस्तावेजों में हेरफेर होने पर बीएसए ने लिपिक कमल प्रताप ¨सह को निलंबित कर दिया है। जबकि लिपिक कुशल पाल ¨सह के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा है।
बीएसए रामकरन यादव ने बताया कि इस फर्जीवाड़े में जो लोग शामिल हैं उन सभी के विरुद्ध जांच के बाद कार्रवाई होगी। शुरुआती जांच में लिपिक कमल प्रताप और कुशल पाल की निष्ठा संदिग्ध मिली है। काउंसि¨लग रजिस्टर विभाग से गायब है। जबकि यही लिपिक उस समय पटल सहायक के रूप में कार्यरत थे।