ईपीएफओ : अपग्रेडेशन में ईपीएफओ का पोर्टल हुआ फेल, कर्मचारियों और नियोक्ताओं को हो रही परेशान
संजय सिंह, नई दिल्ली : अपग्रेडेशन के चलते कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट फेल हो गई है। यूनीफाइड पोर्टल बनाने के चक्कर में संगठन ने नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को परेशान कर रखा है। जहां नियोक्ताओं को चालान और रिटर्न दाखिल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कर्मचारी अपना फंड स्टेटस जानने, फंड ट्रांसफर करने अथवा क्लेम लेने में अड़चनों का सामना कर रहे हैं।
ईपीएफओ इन दिनों देशभर के क्षेत्रीय कार्यालयों की वेबसाइटों को मिलाकर एक यूनीफाइड पोर्टल तैयार करने में जुटा है। संगठन का दावा है कि यूनीफाइड पोर्टल तैयार होने के बाद कर्मचारियों के पीएफ आवेदनों का निपटारा हफ्तों, दिनों के बजाय तीन घंटे में होने लगेगा। अभी पीएफ आवेदनों का निपटारा एक महीने के भीतर करने का नियम है। लेकिन जबसे यूनीफाइड पोर्टल पर कार्य शुरू हुआ है, ईपीएफओ की वेबसाइट लगभग ठप हो गई है। इससे सेटलमेंट तो दूर, फंड ट्रांसफर और स्टेटस जानना तक मुश्किल हो गया है। यूनीफाइड पोर्टल पर पिछले साल दिसंबर में काम शुरू हुआ था। जिससे कई नियोक्ता जनवरी में अपना चालान-सह-रिटर्न (ईसीआर) दाखिल नहीं कर पाए थे। कई नियोक्ता तो पोर्टल पर लॉग इन ही नहीं कर पाए। जबकि कइयों को इसकी नई प्रक्रियाएं ठीक से समझ में नहीं आईं। इसे देखते हुए ईपीएफओ को ईसीआर दाखिल करने की तारीख को बढ़ाकर 20 जनवरी करना पड़ा था। नियमानुसार नियोक्ताओं के लिए हर महीने की 15 तारीख तक ईसीआर दाखिल करना आवश्यक होता है।
ईपीएफओ से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि यूनीफाइड पोर्टल पर हड़बड़ी में काम शुरू किया गया था। इसलिए इसमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों के खातों को आधार से लिंक करने जैसी शर्तो तथा नई प्रक्रियाओं के कारण नियोक्ताओं का काम बढ़ गया है। कई नियोक्ताओं को समय पर यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) का आवंटन नहीं हो सका। जबकि कई अन्य को लॉग इन में परेशानी हुई। हालांकि इस समस्या पर अब काफी हद तक काबू पा लिया गया है। लेकिन कर्मचारियों से जुड़ी अड़चनें अभी भी बरकरार हैं। ईपीएफओ केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड के सदस्य और भारतीय मजदूर संघ के महासचिव विरजेश उपाध्याय भी इस स्थिति से चिंतित हैं।