इलाहाबाद : शिक्षक विधान परिषद चुनाव में इलाहाबाद की भूमिका निर्णायक
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । तीन फरवरी को होने वाले इलाहाबाद-झांसी शिक्षक विधान परिषद चुनाव में इलाहाबाद जिले के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाएंगे। शिक्षक निर्वाचन के लगभग 26 हजार मतदाताओं में 12923 मत अकेले इलाहाबाद में हैं। ऐसे में शिक्षक निर्वाचन में भाग्य आजमा रहे सभी प्रत्याशी इलाहाबाद पर ध्यान लगाए हैं। अब प्रचार के लिए जब तीन दिन शेष हैं तो सभी प्रत्याशी इलाहाबाद में जोर लगा रहे हैं।
शिक्षक निर्वाचन में कुल आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें निवर्तमान विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी, उन्हीं के गुट के जिलाध्यक्ष जंग बहादुर सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष राम सेवक त्रिपाठी, ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी सहित चार इलाहाबाद से हैं, जबकि फतेहपुर से पूर्व शिक्षक विधायक लवकुश कुमार मिश्र चेतनारायण गुट से एक बार फिर मैदान में हैं। यह सभी प्रत्याशी सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों से हैं। अन्य तीन प्रत्याशी अशोक राठौर, त्रिवेणी प्रसाद त्रिपाठी एवं लाल बिहारी यादव वित्तविहीन विद्यालयों से हैं।
इलाहाबाद-झांसी निर्वाचन क्षेत्र में कुल शिक्षकों की संख्या लगभग चार लाख है। इसमें इलाहाबाद से 12923, फतेहपुर 3047, जालौन 2500, कौशाम्बी में 2396, झांसी में 1797, बांदा में 1156, हमीरपुर में 957, चित्रकूट में 790, ललितपुर में 414, महोबा में 354 मतदाता हैं।
शिक्षक निर्वाचन में पहली बार मतदाता बने वित्तविहीन शिक्षकों ने चुनाव में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है। अबकी बार चुनाव में लगभग आठ हजार एडेड स्कूलों से हैं, इसके अतिरिक्त लगभग पांच हजार मत सीबीएसई स्कूलों, जीआईसी, पॉलीटेक्निक, आईटीआई एवं डिग्री कॉलेजों से हैं। यह मतदाता पहली बार बने हैं, इसके अतिरिक्त लगभग 13 हजार मतदाता वित्तविहीन विद्यालयों से बने हैं। यह मतदाता शिक्षक निर्वाचन का समीकरण उलट-पुलट करने की क्षमता रखते हैं। मैदान में उतरे सभी प्रत्यशी एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।