हमीरपुर : डीएम हटाए गए, एडीएम कराएंगे चुनाव, जिलाधिकारी राजीव रौतेला के खिलाफ कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने मोर्चा खोलते हुए डीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया
जासं, हमीरपुर : जिलाधिकारी राजीव रौतेला के खिलाफ कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने मोर्चा खोलते हुए डीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया। मंगलवार सुबह हुई इस घटना में कर्मचारियों के समर्थन में अन्य कर्मचारी संगठन भी आ गए। देर रात चुनाव आयोग ने डीएम को छुट्टी पर भेजकर चुनाव की जिम्मेदारी एडीएम को सौंप दी।1मंडलायुक्त मुरली मनोहर लाल ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिलाधिकारी राजीव रौतेला को अवकाश पर भेज दिया गया है। कल होने वाले चुनाव की जिम्मेदारी अब एडीएम राजेश कुमार प्रजापति पर होगी। हालांकि इसके बाद भी कर्मचारी नेता डीएम के तबादले पर अड़े रहे। इससे पहले कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जिलाधिकारी राजीव रौतेला का रवैया तानाशाही भरा है। धरने की अगुआई कर रहे उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जगदीश निगम ने कहा कि जिलाधिकारी राजीव रौतेला का व्यवहार कर्मचारियों से ठीक नहीं रहता है। निगम के आह्वान पर जिले के अन्य कर्मचारी संगठनों समेत शिक्षा, चिकित्सा, विकास विभाग, कोषागार आदि संगठन के लोगों ने समर्थन देते हुए सभी कार्यालय बंद कर दिए और धरना स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान जिलाधिकारी राजीव रौतेला और पुलिस अधीक्षक अशोक त्रिपाठी के साथ धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन धरने पर बैठे लोगों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी की बात मानने से इन्कार कर दिया।
जासं, हमीरपुर : जिलाधिकारी राजीव रौतेला के खिलाफ कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने मोर्चा खोलते हुए डीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया। मंगलवार सुबह हुई इस घटना में कर्मचारियों के समर्थन में अन्य कर्मचारी संगठन भी आ गए। देर रात चुनाव आयोग ने डीएम को छुट्टी पर भेजकर चुनाव की जिम्मेदारी एडीएम को सौंप दी।1मंडलायुक्त मुरली मनोहर लाल ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर जिलाधिकारी राजीव रौतेला को अवकाश पर भेज दिया गया है। कल होने वाले चुनाव की जिम्मेदारी अब एडीएम राजेश कुमार प्रजापति पर होगी। हालांकि इसके बाद भी कर्मचारी नेता डीएम के तबादले पर अड़े रहे। इससे पहले कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जिलाधिकारी राजीव रौतेला का रवैया तानाशाही भरा है। धरने की अगुआई कर रहे उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जगदीश निगम ने कहा कि जिलाधिकारी राजीव रौतेला का व्यवहार कर्मचारियों से ठीक नहीं रहता है। निगम के आह्वान पर जिले के अन्य कर्मचारी संगठनों समेत शिक्षा, चिकित्सा, विकास विभाग, कोषागार आदि संगठन के लोगों ने समर्थन देते हुए सभी कार्यालय बंद कर दिए और धरना स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान जिलाधिकारी राजीव रौतेला और पुलिस अधीक्षक अशोक त्रिपाठी के साथ धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन धरने पर बैठे लोगों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी की बात मानने से इन्कार कर दिया।