बागपत : मिड डे मील से बच्चों की सेहत कैसे बन रही? 182 बच्चों को दी गई 250 ग्राम मटर
बागपत : मिड डे मील से बच्चों की सेहत कैसे बन रही? इसका नमूना उच्च प्राथमिक विद्यालय बिनौली में देखने को मिला क्योंकि 182 बच्चों को खाने को 250 ग्राम मटर दी बीएसए के स्कूलों में छापा मारने पर मिड डे मील का सच सामने आया।
बीएसए योगराज सिंह ने 18 मार्च को उच्च प्राथमिक स्कूल बिनौली में छापा मारा तो 208 में 182 बच्चे मौजूद मिले। इन बच्चों के लिए मिड डे मील में पांच किलों चावल तथा 250 ग्राम मटर मिली। इतनी कम मटर मिलने पर बीएसए हैरान रह गए, क्योंकि प्रति बालक 1.37 ग्राम मटर हिस्से में आती है। शिक्षकों को कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। उच्च प्राथमिक विद्यालय जौहड़ी में 98 में 85 बच्चे मौजूद मिले। कम बच्चे मिलने पर हेडमास्टर को बच्चों की संख्या नहीं बढ़ाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। प्राथमिक स्कूल नंबर एक में आठ शिक्षकों में तीन नदारद मिले। 214 बच्चों में 176 मौजूद मिले। प्राथमिक स्कूल गौरीपुर नंबर दो में सात में एक शिक्षक अनुपस्थित मिले। 200 बच्चों में 181 बच्चे मौजूद मिले। उच्च प्राथमिक स्कूल गौरीपुर में 142 में 137 बच्चे मिले। प्राथमिक विद्यालय अंगदपुर में 75 में 30 बच्चे उपस्थित मिले। जबकि उच्च प्राथमिक स्कूल सिरसलगढ़ में 102 बच्चों में 80 उपस्थित मिले। स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने पर शिक्षकों को चेतावनी दी कि बच्चों की संख्या नहीं बढ़ी तो प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व आधा दर्जन स्कूलों में भी बीएसए को मिड डे मील सही नहीं मिला था। कई स्कूलों में तो फलों का वितरण ही नहीं हुआ था। साफ है कि मिड डे मील से बच्चों की नहीं किसी और की सेहत संवर रही है।
🔴 ’बच्चों से मजाक देख बीएसए भी रह गये हैरान
🔵 ’बच्चों की कम उपस्थिति पर चेतावनी