जौनपुर : खुद को निरोग रखने के लिए योग करना जरूरी, 450 शिक्षक विकसित करेंगे योग के गुर
जागरण संवाददाता, जौनपुर : खुद को निरोग रखने के लिए योग करना जरूरी है। इसी लिए बचपन से ही बच्चों को योग की संस्कारशाला में संस्कारित करने का निर्णय लिया गया हैं। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान*एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ पहल किया हैं। जिसके दिशा-निर्देशन में डायट में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के सभी ब्लाक से कुल 450 शिक्षकों को योग गुरु बनाया जा रहा है, जो विद्यालयों में छात्रों में योग की विधा विकसित करने के लिए उन्हे गुर सिखाएंगे।1प्रत्येक ब्लाक से 20-20 शिक्षकों को तीन-तीन दिन तक योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इस योग प्रशिक्षण में बच्चों को केंद्रित करते हुए विभिन्न प्रकार के आसन, व्यायाम और प्राणायामों का अभ्यास कराया जा रहा है। योग प्रशिक्षक अचल हरीमूर्ति, लालबहादुर यादव और उदयनारायन यादव के साथ-साथ संस्था के प्राचार्य एमएस कुशवाहा द्वारा संगीत साधना को योग से जोड़कर ध्यान के माध्यम से बताया जा रहा है। 1इन आसनों का कराया जा रहा अभ्यास: योग के क्रियात्मक और सैद्धांतिक अभ्यासों के क्रम में अष्टांग योग के साथ साथ यो¨गग जॉ¨गग, सूर्यनमस्कार, ताड़ासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन, ध्रुवआसन, पादहस्तासन, वीरभद्रासन, अनुलोम-विलोम, अग्निसार, वाह्य प्राणायाम,भ्रामरी तथा उदगीथ प्राणायामों सहित ध्यान और योगनिद्रा का विशेष अभ्यास कराया जा रहा है।डायट में योगा का प्रशिक्षण लेते शिक्षक ’ जागरण’ राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ की पहल1’20-20 शिक्षकों को तीन-तीन दिन तक सिखाया जा रहा योग