इलाहाबाद : जिले के 509 केंद्रों पर 2.50 लाख परीक्षार्थी देंगे परीक्षा
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद । यूपी बोर्ड की 16 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए जिले में कुल 509 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में जिले में कुल 2.50 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। शांतिपूर्वक परीक्षा कराने के लिए सोमवार को सेंट ऐंथोनी स्कूल में जिले के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक हुई। केंद्र व्यवस्थापकों को नकल विहीन परीक्षा कराने सख्त हिदायत दी गई।
बैठक में केंद्र व्यवस्थापकों ने कहा कि पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था होने पर ही नकल पर अंकुश लगाया जा सकता है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने केंद्र व्यवस्थापकों को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी दशा में कोई परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष अथवा परीक्षा कक्ष के बाहर जमीन पर बैठकर परीक्षा न देने पाए, ऐसी स्थिति में प्रधानाचार्य एवं केंद्र व्यवस्थापक पर कार्रवाई होगी। बिना बिजली वाले परीक्षा केंद्रों पर मिट्टी के तेल की व्यवस्था करने को कहा गया है। परीक्षा के दौरान 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक बाहरी रखे जाएंगे। 31 मार्च को रिटायर हो रहे प्रधानाचार्यों को केंद्र व्यवस्थापक नहीं बनाने को कहा गया है जबकि 31 मार्च को रिटायर हो रहे शिक्षक परीक्षा ड्यूटी कर सकते हैं।
नकल विहीन परीक्षा के लिए हुई बैठक के दौरान डीएम के प्रतिनिधि के रूप में एडीएम सिटी पुनीत कुमार शुक्ल एवं एसएसपी के प्रतिनिधि के रूप में एसपी क्राइम प्रकाश स्वरूप पांडेय मौजूद रहे। इन अधिकारियों ने प्रधानाचार्यों को आश्वस्त किया कि परीक्षा के दौरान 100 डायल की पुलिस और थाने की मोबाइल पुलिस नकल रोकने में मदद करेगी। बैठक में जिले के सभी एसडीएम, सेक्टर मजिस्ट्रेट, एडीआईओएस गोविंद राम, प्रवीण त्रिपाठी एवं संजय कुशवाहा मौजूद रहे।
बोर्ड परीक्षा में पर्चा पढ़ने के लिए अब 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। अब पहली पाली में बोर्ड परीक्षा 7.30 से 10.45 के बीच होगी, दूसरी पाली की परीक्षा 2.00 से 5.15 के बीच होगी। परीक्षा के दौरान उत्तर पुस्तिका का उपयोग उस पर अंकित कोड के क्रमानुसार किया जाए, किसी भी दशा में उत्तर पुस्तिका पर अंकित कोड का क्रम बीच में न टूटने पाए।
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में कॉपियों का वितरण से सात से नौ मार्च के बीच किया जाएगा जबकि प्रश्न पत्रों का वितरण सात से नौ मार्च के बीच किया जाएगा। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र व्यवस्थापकों की होगी।