मथुरा : मंगलवार को कृमि मुक्ति दिवस पर स्कूल में दी गई गोली बच्चों के लिए आफत बन गई, कृमिनाशक दवा से 60 बच्चे हो गए बीमार
मथुरा: मंगलवार को कृमि मुक्ति दिवस पर स्कूल में दी गई गोली बच्चों के लिए आफत बन गई। फरह, चौमुहां और बरारी में इस गोली को खाने के बाद 60 बच्चे बीमार हो गए। उन्हें पेट दर्द, उल्टी और तेज ठंड लगने की शिकायत पर स्वास्थ्य केंद्रों पर भर्ती कराया गया।
सूचना पर हेल्थ विभाग की टीम और एंबुलेंस दौड़ पड़ीं। माना जा रहा है कि जो बच्चे बीमार पड़े उन्हें खाली पेट यह दवा दे दी गई थी। 1स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को स्कूलों में गोली खिलाने का अभियान चलाया। एसीएमओ और कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम प्रभारी डॉ. दिलीप कुमार का कहना है कि मंगलवार को 2363 आंगनबाड़ी केंद्र और 1800 स्कूलों में छात्र-छात्रओं को पेट के कीड़े मारने के लिए एलबिन्डाजॉल टेबलेट दी गई। यह खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को पेट में तेज दर्द, उल्टी होने लगीं। तेज ठंड लगने की शिकायत भी की। आनन-फानन में शिक्षकों ने बच्चों को अस्पताल भेजा। देखते ही देखते 35 बच्चे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरह में पहुंचाए गए। सूचना पर डॉक्टरों की टीम भी पहुंच गई। थोड़ी देर बाद गांव बरारी में बच्चों के बीमार होने की सूचना मिली। बरारी के प्राथमिक विद्यालय प्रथम के छात्र अजरुन, खुशबू, ललतेश, सुशीला, विदर और दो अन्य बच्चे बीमार हो गए। टीम ने उनका उपचार गांव आकर किया। चौमुंहा में आंगनबाड़ी केंद्र नंबर एक से लेकर 9 के 22 बच्चे, बरौली जूनियर हाईस्कूल के पांच बच्चे, बरौली प्राथमिक विद्यालय के 14 बच्चे, बरौली आंगनबाड़ी केंद्र के दो बच्चे बीमार हुए। यहां भी स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस भेजकर बच्चों का उपचार कराया।1सीएमओ डॉ. आरके नैय्यर के अनुसार कई हजार बच्चों को कीड़े मारने की गोली खिलाई थी, उनमें से कुछ बच्चों पर टेबलेट का साइड इफेक्ट हो गया था। 1एटा में भी पांच बच्चे बीमार :एटा: शहर के डीएवी स्कूल में भी पांच बच्चे कृमि नाशक गोली खाने से बीमार हो गए। उन्हें तत्काल इलाज दिया गया।
जेएनएन, मथुरा: मंगलवार को कृमि मुक्ति दिवस पर स्कूल में दी गई गोली बच्चों के लिए आफत बन गई। फरह, चौमुहां और बरारी में इस गोली को खाने के बाद 60 बच्चे बीमार हो गए। उन्हें पेट दर्द, उल्टी और तेज ठंड लगने की शिकायत पर स्वास्थ्य केंद्रों पर भर्ती कराया गया। सूचना पर हेल्थ विभाग की टीम और एंबुलेंस दौड़ पड़ीं। माना जा रहा है कि जो बच्चे बीमार पड़े उन्हें खाली पेट यह दवा दे दी गई थी। 1स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को स्कूलों में गोली खिलाने का अभियान चलाया। एसीएमओ और कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम प्रभारी डॉ. दिलीप कुमार का कहना है कि मंगलवार को 2363 आंगनबाड़ी केंद्र और 1800 स्कूलों में छात्र-छात्रओं को पेट के कीड़े मारने के लिए एलबिन्डाजॉल टेबलेट दी गई। यह खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को पेट में तेज दर्द, उल्टी होने लगीं। तेज ठंड लगने की शिकायत भी की। आनन-फानन में शिक्षकों ने बच्चों को अस्पताल भेजा। देखते ही देखते 35 बच्चे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरह में पहुंचाए गए। सूचना पर डॉक्टरों की टीम भी पहुंच गई। थोड़ी देर बाद गांव बरारी में बच्चों के बीमार होने की सूचना मिली। बरारी के प्राथमिक विद्यालय प्रथम के छात्र अजरुन, खुशबू, ललतेश, सुशीला, विदर और दो अन्य बच्चे बीमार हो गए। टीम ने उनका उपचार गांव आकर किया। चौमुंहा में आंगनबाड़ी केंद्र नंबर एक से लेकर 9 के 22 बच्चे, बरौली जूनियर हाईस्कूल के पांच बच्चे, बरौली प्राथमिक विद्यालय के 14 बच्चे, बरौली आंगनबाड़ी केंद्र के दो बच्चे बीमार हुए। यहां भी स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस भेजकर बच्चों का उपचार कराया।1सीएमओ डॉ. आरके नैय्यर के अनुसार कई हजार बच्चों को कीड़े मारने की गोली खिलाई थी, उनमें से कुछ बच्चों पर टेबलेट का साइड इफेक्ट हो गया था।
एटा में भी पांच बच्चे बीमार :एटा: शहर के डीएवी स्कूल में भी पांच बच्चे कृमि नाशक गोली खाने से बीमार हो गए। उन्हें तत्काल इलाज दिया गया।