संतकबीरनगर : जनपद के माथे से निरक्षरता का दाग मिटाने की तैयारी, लोक शिक्षा समिति साक्षरता परीक्षा 648 केंद्रों पर 10 बजे से 05 बजे तक कराई जाएगी।
पुरानी ग्राम पंचायतें आधार । जिले के 09 ब्लाक में वर्तमान में कुल 794 ग्राम पंचायतें हैं। किंतु अभी ग्राम लोक शिक्षा समिति की पुरानी ग्राम पंचायत 648 के आधार पर ही है। ऐसे में साक्षरता परीक्षा का प्रमाण पत्र भी संबंधित ग्राम पंचायत का ही जारी हो रहा है। इसे लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
प्रेरकों को दी गई जिम्मेदारी । लोक शिक्षा समिति साक्षरता परीक्षा 648 केंद्रों पर 10 बजे से 05 बजे तक कराई जाएगी। इसके लिए ग्राम पंचायत वार लक्ष्य तैयार किया गया है। सभी को परीक्षा में बैठाने के लिए सार्थक कार्य किए जा रहे हैं। इसमें पेंशन पात्रों व अन्य गांवों के निरक्षर प्राथमिकता के आधार पर परीक्षा में शामिल किए जाएंगे।
वेदप्रकाश गुप्त ’ संतकबीर नगर । जनपद के माथे से निरक्षरता का दाग मिटाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। भारत साक्षरता मिशन के तहत नौ ब्लाकों के 648 लोक शिक्षा समितियों के माध्यम से निरक्षरों को साक्षर बनाने का कार्य किया जा रहा है। विभाग का दावा है कि 2011 की जनगणना में चिह्नित ढाई लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए चलाए गए अभियान में 2.44 लाख लोगों को साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। बाकी बचे छ हजार लोगों को इस बार की परीक्षा में शामिल करा लिया जाएगा। इससे जनपद का कोई भी व्यक्ति निरक्षर नहीं रहेगा।
वर्ष 2011 की जनगणना में जनपद में चिह्नित ढाई लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने के क्रम में अभियान चला। भारत साक्षर मिशन के तहत जनपद में वर्ष में दो बार परीक्षा कराकर निरक्षरों को साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया गया। इस क्रम में लगभग 2.42 लाख से अधिक को प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। साक्षर बनकर कईयों ने अपनी जिंदगी सुधार ली। पढ़ना-लिखना सीख कर बच्चों को शिक्षित करने में योगदान दे रहे है। अब शेष निरक्षरों को प्रमुखता के आधार पर साक्षर बनाया जा रहा है। इसमें विभिन्न योजनाओं के पात्र शामिल किए गए हैं। विभाग का मानना है लक्ष्य पूरा होने से कोई भी निरक्षर नहीं रहेगा। जिले में निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए लोक शिक्षा समिति प्रेरकों के माध्यम से विशेष कार्यक्रम संचालित करेगी। पेंशन पात्रों व अन्य लाभार्थियों को परीक्षा में बैठाकर साक्षर बनाया जाएगा।
लोक शिक्षा समिति पर 30 अप्रैल को कराई जाएगी साक्षरता परीक्षा 1’अंतिम चक्र में शामिल होंगे छह हजार निरक्षर1’30 अप्रैल की परीक्षा के बाद जिले में नहीं होगा कोई निरक्षरपंद्रह वर्ष से अधिक आयु के निरक्षरों को परीक्षा में बैठाकर साक्षर बनाया जाएगा। इस परीक्षा में जिनके पास कोई भी शैक्षिक प्रमाण पत्र नही है और 15 वर्ष की आयु पूरी करते है वह परीक्षा पास करके साक्षरता का प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे। केंद्रों पर होने वाली परीक्षा में ग्राम पंचायतों का लक्ष्य निर्धारित कर प्रेरकों को जिम्मेदारियां दी गई हैं।
- प्रताप सिंह बघेल, प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, सचिव लोक शिक्षा समिति