लखनऊ : छात्रों के साथ शिक्षा विभाग का भी इम्तिहान आज
लखनऊ : सोमवार को हाईस्कूल के गणित विषय की परीक्षा में छात्र-छात्राओं के साथ ही यूपी बोर्ड का भी इम्तिहान होगा। बीते तीन दिन की परीक्षाओं में सेटिंग से नकल कराने वाला माफिया अपने मंसूबों में कामयाब रहा है। सामान विषय के शिक्षकों से कक्ष निरीक्षण करवाकर खूब नकल करायी गई है। वहीं शिक्षा विभाग सिर्फ आंशिक कार्रवाई तक सीमित रहा। इसीलिए सोमवार को अब छात्रों के लिए तो गणित विषय की परीक्षा होगी, लेकिन शिक्षा विभाग के लिए परीक्षा में नकल रोकने का इम्तिहान होगा।
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए राजधानी में करीब 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर निगरानी के लिए कागजों पर करीब 5000 कक्ष निरीक्षक व तमाम पर्यवेक्षक भी लगाए गए हैं। मगर हकीकत ठीक उलट है। अधिकांश स्कूलों द्वारा कक्ष निरीक्षकों को न रिलीव किए जाने से समान विषय के शिक्षकों द्वारा परीक्षा कराई जा रही है। स्वयं जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश त्रिपाठी ने निरीक्षण के दौरान परीक्षा केंद्रों पर ऐसी ही स्थिति पाई गई और इसके चलते तीन परीक्षा केंद्रों को ब्लैक लिस्ट किए जाने की संस्तुति भी दी गई। इसके सिवाय तमाम ऐसे परीक्षा केंद्र हैं, जहां शिक्षा विभाग का एक भी अधिकारी व उड़नदस्ता झांकने तक नहीं पहुंचा।
स्ट्रांग नेटवर्क नकल माफिया का बना हथियार
परीक्षा में नकल माफिया किस हद तक सक्रिय हैं, सब जाहिर है। विभाग तकनीक संसाधनों से परहेज करते हुए पुरानी परिपाटी से परीक्षा करा रहा और वहीं नकल माफिया मौखिक , पर्ची व मोबाइल व अन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर अपने मकसद को अंजाम दे रहे। नकल कराने के लिए माफिया पहले ही होमवर्क कर चुका है। इसके लिए उसने हर बार की तरह इस बार भी शिक्षकों को ही मोहरा बनाया है। परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों के न पहुंचना और केंद्र पर समान विषय के शिक्षकों द्वारा परीक्षा कराया जाना, इसी ओर इशारा करता है। इसके साथ ही नकल माफिया के स्ट्रांग नेटवर्क का ही नतीजा है कि उड़न दस्ते को किसी केंद्र से खुली नकल के प्रमाण नहीं मिल पा रहे।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने भी इसीलिए सीटिंग प्लान और शिक्षकों की तैनाती में गड़बड़ी को आधार बनाते हुए तीन परीक्षा केंद्रों को काली सूची में डालने की संस्तुति की है।