इलाहाबाद : माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षिकाओं को पिछले चार माह से वेतन नहीं दिया जा रहा
इलाहाबाद : माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षिकाओं को पिछले चार माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। माध्यमिक स्कूलों से जुड़े बेसिक खंड में शिक्षक-शिक्षिकाओं को चार माह से वेतन नहीं मिल पाया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के कर्मचारियों को इसकी चिंता नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि मुख्यालय में संपर्क करने के बाद उन्हें वेतन को लेकर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिलता है। हालांकि गृह और परिषदीय परीक्षाओं के अतिरिक्त चुनाव में भी इनकी नियमित ड्यूटी लगाई गई थी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. शैलेश पांडेय का कहना है कि माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राइमरी में गत चार माह से वेतन की समस्या बनी हुई है। इसको लेकर प्राइमरी शिक्षकों एवं संघ में भी रोष है। 1वित्त नियंत्रक की सूचना के अनुसार शासन द्वारा पूर्व में 96 करोड़ रूपये स्वीकृत होता था, परन्तु गत वित्तीय वर्ष में यह राशि घटाकर 56 करोड़ रूपये कर दी गई है। अतिरिक्त रूप में 15 करोड़ रूपये की मांग की गई है। जबकि अब तक शिक्षकों के वेतन के संपूर्ण भुगतान के लिए 3 करोड़ 40 लाख धनराशि का तुरंत भुगतान किया जाना चाहिए। 1भुगतान न होने वालें विद्यालयों में आर्य कन्या इंटर कालेज, इंडियन गल्र्स इंटर कालेज, हमीदिया गल्र्स इंटर कालेज, डीपी गल्र्स इंटर कालेज, जगत तारन इंटर कालेज, डा. केएन काटजू इंटर कालेज, खत्री पाठशाला इंटर कालेज सहित दर्जनों संस्थान शामिल हैं।इलाहाबाद : माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षिकाओं को पिछले चार माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। 1माध्यमिक स्कूलों से जुड़े बेसिक खंड में शिक्षक-शिक्षिकाओं को चार माह से वेतन नहीं मिल पाया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के कर्मचारियों को इसकी चिंता नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि मुख्यालय में संपर्क करने के बाद उन्हें वेतन को लेकर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिलता है। हालांकि गृह और परिषदीय परीक्षाओं के अतिरिक्त चुनाव में भी इनकी नियमित ड्यूटी लगाई गई थी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. शैलेश पांडेय का कहना है कि माध्यमिक विद्यालयों से संबद्ध प्राइमरी में गत चार माह से वेतन की समस्या बनी हुई है। इसको लेकर प्राइमरी शिक्षकों एवं संघ में भी रोष है। 1वित्त नियंत्रक की सूचना के अनुसार शासन द्वारा पूर्व में 96 करोड़ रूपये स्वीकृत होता था, परन्तु गत वित्तीय वर्ष में यह राशि घटाकर 56 करोड़ रूपये कर दी गई है। अतिरिक्त रूप में 15 करोड़ रूपये की मांग की गई है। जबकि अब तक शिक्षकों के वेतन के संपूर्ण भुगतान के लिए 3 करोड़ 40 लाख धनराशि का तुरंत भुगतान किया जाना चाहिए। 1भुगतान न होने वालें विद्यालयों में आर्य कन्या इंटर कालेज, इंडियन गल्र्स इंटर कालेज, हमीदिया गल्र्स इंटर कालेज, डीपी गल्र्स इंटर कालेज, जगत तारन इंटर कालेज, डा. केएन काटजू इंटर कालेज, खत्री पाठशाला इंटर कालेज सहित दर्जनों