संवाद सहयोगी, खेकड़ा : नगर बीआरसी परिसर पर आयोजित पांच दिवसीय समेकित शिक्षा प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन शिक्षकों को दिव्यांगता के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के गुर भी बताए।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को प्रशिक्षक राजपाल ¨सह ने बताया कि सभी दिव्यांग बच्चों को प्राथमिक शिक्षा से जोड़ना ही समेकित शिक्षा है। बताया कि बच्चों में दिव्यांगता जन्म से पहले, जन्म के समय या जन्म के बाद भी आ सकती है। उन्होंने दिव्यांगता के कारण व व पहचान पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षक लता देवी ने बताया कि अक्षमता के कारण उत्पन्न ऐसी अवस्था जिसमें अपनी उम्र, ¨लग, सामाजिक एवं भूमिका का निर्वहन एक व्यक्ति की तुलना नहीं कर पाता है। प्रशिक्षक संजय ने बताया कि विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चे की पहचान करने की जानकारी दी। बताया कि अस्थि अक्षमता, श्रवण अक्षमता, अधिगम अक्षमता, दृष्टि अक्षमता व मानसिक अक्षमता आदि दिव्यांगता के प्रकार है। एबीआरसी अनिल कुमार, एबीआरसी राजीव धामा, विनोद कुमार आदि ने भी जानकारी दी। राजेंद्र कुमार, अर¨वद चौहान, हंसराज, पवन वैद्य, रजनी, मधू, अमृता चौधरी आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।