पीलीभीत : बीईओ की जगह बीडीओ को बना दिया सचल दल का सदस्य
पीलीभीत। बीईओ होते हैं ब्लाक एजुकेशन आफीसर और बीडीओ होते हैं ब्लाक डवलेपमेंट आफीसर। बीईओ और बीडीओ का यह अंतर डीआईओएस कार्यालय नहीं समझ पाया। बोर्ड परीक्षा नकलविहीन कराने के लिए रविवार को जारी की गई सचल दलों की सूची में बीएसस की अध्यक्षता वाले दल में जो चूक हुई थी, वह इसी नामसमझी का नतीजा रही। हिन्दुस्तान की ओर से इसकी जानकारी होने पर डीआईओएस ने सूची दुरस्त करा दी।
सचल दलों के गठन में डीआईओएस कार्यालय के कर्मचारियों की चूक ने यहां बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की हकीकत बयां कर दी। इस बार बोर्ड परीक्षा नकल रोकने के लिए चार सचल दल बनाए गए हैं। विभाग की ओर से रविवार को इसकी सूची जारी की गई और इसकी प्रतिलिपि डीएम, एसपी, बोर्ड आफिस आदि जगहों को भी भेज दी। इस सूची में बीएसए की अध्यक्षता वाले दल में दो खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष नेमा और सुनील कुमार को सदस्य बनाया गया था। इनके अलावा एक महिला सदस्य के तौर पर बीएसए कार्यालय की ही एसएसए की समन्वयक मधुबाला को रखा गया था। वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग में सुभाष नेमा और सुनील कुमार नाम के कोई बीईओ हैं ही नहीं। इनके अलावा महिला सदस्य मधुबाला तो इसी विभाग की थी पर उनको भी यहां से ट्रांसफर हो चुका है। इस तरह बीएसए की अध्यक्षता वाले दल में कोई भी उनके विभाग का नहीं था। डीआईओएस कार्यायल से यह सूची मिलने पर सबसे पहले हिन्दुस्तान ने इस खामी को पकड़ा था। इसकी जानकारी बीएसए को भी दी गई। बीएसए ने डीआईओएस को इस खामी के बारे में बताया।
बीईओ की जगह बीडीओ, वह भी जिले में नहीं सचल दल की खामी के बारे में डीआईओएस अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि यह खामी उनके विभाग के कर्मचारियों की की चूक से हुई। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों की जगह खंड विकास अधिकारियों को इसमें शामिल कर लिया। इसका खुलासा तब हुआ जब उन्होंने डीएम के यहां से अधिकारियों की सूची मंगवाई। सुभाष नेमा और सुनील कुमार खंड विकास अधिकारी निकले। यह अधिकारी भी यहां से तबादला होकर जा चुके हैं। अब इस सूची में बदलाव कर दिया है। बीएसए की अध्यक्षता वाले इस दल में अब दो सदस्य बीईओ डीएल राना, बीईओ भतर वर्मा को बनाया गया है। इसमें महिला सदस्य जीजीआईसी की शिक्षिका मंजू सिंह को बनाया गया है।