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कुशीनगर : एक यह भी परिषदीय विद्यालय, शिक्षकों ने अपने वेतन से खरीदा बच्चों के लिए टाई व बेल्ट, स्कूल के बच्चों की करते हैं हर संभव सहायता

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कुशीनगर : एक यह भी परिषदीय विद्यालय, शिक्षकों ने अपने वेतन से खरीदा बच्चों के लिए टाई व बेल्ट, स्कूल के बच्चों की करते हैं हर संभव सहायता

यह है सुविधाएं

प्रधानाध्यापक प्रदीप मिश्र के साथ मिलकर विद्यालय पर तैनात शिक्षक राजेश्वर शुक्ल, नरायन प्रसाद व राहुल शर्मा ने अपने वेतन से विद्यालय के सारे कमरों में मैट लगवाया है। वहीं कार्यालय में महापुरुषों के फोटो के साथ ही पठन सामग्रियां शोभा बढ़ा रही हैं। शिक्षकों को अलग अलग कक्षाओं की जिम्मेदारी के साथ ही सप्ताह में एक दिन लिखित व मौखिक टेस्ट के अलावां अभिभावकों की मीटिंग हर सप्ताह करने व बच्चों के जन्म दिन पर केक काटने व उपहार की व्यवस्था भी चारो शिक्षक मिल कर करते हैं। वहीं प्रधानाध्यापक प्रदीप मिश्र ने एरियर से मिलने वाला साढ़े चौदह हजार रुपये विद्यालय पर टीवी लगवाने के लिए दान किया है।

जागरण संवाददाता, भैंसही बाजार, कुशीनगर: अधिकतर परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक, शिक्षा व्यवस्था में सुधार न होने के लिए संसाधनों की कमी सहित पब्लिक स्कूलों की संख्या में तेजी से हो रही इजाफा आदि आरोप लगाते रहते हैं। वहीं संपन्न घरों के बच्चे परिषदीय विद्यालयों की बदहाली दूर न होने से कान्वेंट विद्यालयों को अधिक महत्व देते हैं। मोतीचक ब्लाक के गांव मुड़िला हरपुर के नौका टोला पर तैनात युवा शिक्षकों ने दिखा दिया है कि व्यक्ति के पास कुछ करने का जज्बा हो तो संसाधनों की कमी आड़े नहीं आती। इससे वह विद्यालय क्षेत्र के कान्वेंट विद्यालयों को टक्कर देने लगा है। शिक्षकों के बदौलत विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था सुधरी तो दस निर्धन छात्र-छात्रओं को ड्रेस से लेकर भोजन व कापी किताब की व्यवस्था कर युवा शिक्षकों ने पूराने गुरुकुल शिक्षा की याद भी ताजा की है। मोतीचक के पूर्वी छोर पर स्थित छोटी गंडक नदी के किनारे स्थित उक्त विद्यालय पर शिक्षक प्रदीप कुमार मिश्र की तैनाती 9 नवंबर 2015 को हुई तो उक्त विद्यालय पर बच्चों की संख्या नदारद थी।

कच्ची शराब के कारोबार के लिए मशहूर उक्त टोले पर गरीबी के कारण अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते थे। धीरे धीरे बेहतर शिक्षण कार्य देख अभिभावक जागरूक हुए तो वर्तमान में राजेश्वर शुक्ल, नारायण प्रसाद व राहुल शर्मा की तैनाती भी विद्यालय में हो गई है। बच्चों में लगभग 90 से 95 फीसद तक बच्चे स्कूल पहुंचते हैं। कक्षा पांच के छात्र गुंजेश गुप्ता, बृजेश, राजेश को गणित में साधारण व्याज, भिन्न, दशमलव का गुणा के अलावां सामान्य ज्ञान की भी जानकारी है। कक्षा 4 के अमित व अन्य छात्र अंग्रेजी का किताब पढ़ लेते हैं। वहीं कक्षा 2 के उधम तिवारी, कृष्णा आदि भी कान्वेंट विद्यालय के बच्चों से पीछे नहीं हैं।

शिक्षकों की पहल सराहनीय : एबीएसए मोतीचक एसएन त्रिपाठी कहते हैं कि उक्त विद्यालय के चारों शिक्षकों के कार्य सराहनीय हैं। कुछ दिन पूर्व जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मनोज कुमार मिश्र ने प्रधानाध्यापक प्रदीप मिश्र को उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में सम्मानित किया।

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