मेरठ : प्रोफेशनल कोर्स के बाद अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की जांच, करोड़ो के घोटाले के खुलासे के बाद डीएम बी.चंद्रकला ने कड़ा रुख किया अख्तियार
मेरठ। जिले के प्रोफेशनल कोर्स में छात्रवृत्ति में निकले करोड़ो के घोटाले के खुलासे के बाद डीएम बी.चंद्रकला ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए इंटर कॉलेजों और कॉलेज में दी जाने वाली अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति जांच करने के निर्देश दिए हैं। गुरूवार को डीएम के निर्देश पर जिले के 66 अधिकारियों की ड्यूटी इस स्थलीय सत्यापन के लिए लगाई गई है। शुक्रवार से अधिकारियों की टीम जिले के 86 इंटर कॉलेज की भी मौके पर जाकर जांच करेगी। इसके लिए अधिकारी तीन मार्च से जांच करेंगे और पूरी रिपोर्ट पांच मार्च को डीएम को देनी होगी।
देना होगा उपस्थिति और पूरा ब्यौरा
कॉलेज सत्यापन के लिए जिन अधिकारियों को लगाया गया है, उन्हें कॉलेज में उपस्थित छात्रों और अध्यापकों का भी ब्यौरा देना होगा। वहीं इतना ही नहीं नौ और दसवीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सूची का मिलान किया जाएगा, जितने छात्र कक्षा में उपस्थित है। वहीं इसके साथ कक्षा में अनुपस्थित रहने वाले छात्र-छात्राओं का भी पूरा ब्यौरा देना होगा।
अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति पर इस बार निगाहें
प्रोफेशनल कॉलेज और इंटर कॉलेजों में शुक्रवार को होने वाले सत्यपान के लिए इस बार अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली छात्रवृति की जांच की जाएगी। कक्षा नौ, दसवीं, ग्यारह और बारहवीं में साल में अल्पसंख्यक छात्रों को इसका लाभ दिया जाता है। अल्पसंख्यक विभाग के मुताबिक ग्यारह और बारहवी के छात्र-छात्राओं को 2200 रुपये वहीं नौ और दसवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तीन हजार रुपये दिए जाते हैं।