इलाहाबाद : बोर्ड परीक्षा में नकल पर नजर रखेंगे ‘गुप्तचर’ कंट्रोल रूम में दें सूचना, आज डीआइओएस अधिकारियों के साथ बनाएंगे रणनीति , दुकानदार और स्थानीय लोग होंगे मददगार
कंट्रोल रूम में दें सूचना
इलाहाबाद। बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। डीआइओएस कोमल यादव का कहना है कि कंट्रोल रूम के नंबर 0532-2256673 पर कोई भी सूचना दे सकता है। हर सूचना पर त्वरित कार्रवाई होगी।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सूबे की सत्ता बदलने की वजह से इस बार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल, इंटरमीडिएट परीक्षा का स्वरूप बदला बदला नजर आएगा। परीक्षाओं के दौरान खासी कड़ाई बरती जाएगी। अधिकारी नकलमुक्त परीक्षा कराने का खाका तैयार करने में जुटे हैं। नकलचियों व नकल माफिया पर प्रशासन, पुलिस व शिक्षा विभाग के अलावा गुप्तचर भी पैनी नजर रखेंगे। गुप्तचर कोई और नहीं परीक्षा केंद्रों के आस-पास के दुकानदार व स्थानीय लोग होंगे। स्वयंसेवी लोगों से भी सूचना ली जाएगी। गड़बड़ी की सूचना मिलते ही चंद मिनटों में उड़नदस्ता की टीम दस्तक देगी।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर काफी बदनाम रहा है। बीते विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मसले को प्रमुखता से उठाया था। चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलते ही अधिकारी परीक्षा को नकलमुक्त कराने में पूरा जोर लगा रहे हैं। बुधवार को इलाहाबाद में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर समीक्षा बैठक भी बुलाई गई है।
संवेदनशील, अतिसंवेदनशील केंद्रों पर रहेगी खास नजर : यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से शुरू हो रही है। हाईस्कूल में 122140 व इंटरमीडिएट में 107109 परीक्षार्थी शामिल हैं। इलाहाबाद जिला में 509 केंद्रों में परीक्षा होनी है। इसमें 148 संवेदनशील और 22 अतिसंवेदनशील हैं। अधिकारियों की विशेष नजर गंगापार, यमुनापार स्थित संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर है।
परीक्षा से पहले कक्ष की तलाशी : परीक्षा शुरू होने से पहले आंतरिक दस्ता हर कक्ष व छात्र की गहन तलाशी लेगा। इसके लिए तीन सदस्यीय आंतरिक दस्ता का गठन किया जाएगा। जो हर कक्ष व मुख्यद्वार पर परीक्षार्थियों की गहन जांच करेगा, ताकि परीक्षार्थी अपने साथ पाठ्य सामग्री, पेपर, कल्कुलेटर आदि लेकर न जाने पाए।
परिचय पत्र नहीं हुआ तो कार्रवाई : इस बार परीक्षा केंद्र में तैनात व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, आंतरिक निरीक्षक दस्ता, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए परिचय पत्र होना अनिवार्य किया गया है। अगर कोई बिना परिचय पत्र के कोई मिला तो उसे अनाधिकृत मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिन शिक्षकों व कर्मचारियों के ऊपर बीते साल परीक्षा में एफआइआर या कोई दूसरी अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है उनकी ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।
कक्ष में रहेगी कड़ाई : परीक्षा कक्ष में भी खासी कड़ाई की जागी। प्रत्येक कमरे में 40 परीक्षार्थी तक दो परीक्षक तैनात रहेंगे। जबकि 41 से 60 परीक्षार्थियों के बीच में तीन कक्ष निरीक्षक तैनात रहकर नकल पर नजर रखेंगे।
बोर्ड परीक्षा को नकलमुक्त कराना हमारा ध्येय है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। अधिकारी हो या कर्मचारी जो लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई होगी।
- कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक