शाहजहांपुर : गणित के साधारण सवाल हल नहीं कर सका कक्षा पांच का छात्र
शाहजहांपुर। डीएम कर्ण सिंह चौहान गुरुवार दोपहर अचानक रोटी गोदाम स्कूल पहुंच गए। उन्होंने मूकबधिर बच्चों से मुलाकात की। फिर परिसर में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनके सवाल का जवाब छात्र नहीं दे पाया। वहीं शिक्षिका भी कुछ सकपका गई। कभी डीएम गुस्से में नजर आए तो कभी चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हुए शिक्षा को पटरी पर लाने के निर्देश दिए। उनके दौरे को देखते हुए शिक्षकों के चेहरे पर भी हवाईयां उड़ गईं।
दोपहर बाद करीब एक बजे डीएम कर्ण सिंह चौहान की गाड़ी अचानक रोटी गोदाम के सामने आकर रुकी। बीएसए देवेंद्र पांडेय पहले से उनका इंतजार कर रहे थे। डीएम उतरे, सीधे मूकबधिर बच्चों से मिलने के लिए गए। बच्चों ने अपने अंदाज में डीएम का स्वागत किया। डीएम ने बच्चों से हाथ मिलाया। उनके लिए लाए फल, मिठाई व गुझिया का वितरण भी कराया। कुछ देर रुकने के बाद डीएम ने छात्र सुहेल, रोहित, सीमा, पूनम, रुखसार, सीमा से पढ़ाई की जानकारी ली। बच्चों ने भी फटाफट जवाब देना शुरू कर दिया। छात्र-छात्राओं की प्रतिभा देखकर डीएम काफी खुश हुए। वहां से निकलते ही जिला स्काउट मास्टर दपिंदर कौर, जिला गाइड कैप्टन निकहत परवीन ने डीएम का स्वागत किया। उन्हें पंडित श्रीराम बाजपेई के जीवन परिचय के बारे में बताया। फूलों की माला आगे बढ़ाते हुए पंडित श्रीराम बाजपेई की प्रतिमा पर माल्यार्पण की गुजारिश की। डीएम ने माल्यार्पण किया। फिर स्काउट-गाइड कार्यालय में गए। वहां रखे बाइस्कोप को देखकर आनंद लिया। निकहत व दपिंदर ने डीएम को स्काउट-गाइड की उपलब्धियों को गिनाया। वहां से निकलने के बाद रोटी गोदाम स्कूल में पहुंच गए।
शिक्षिका किरन बाला से पूछा कि ब्लैक बोर्ड पर किन बच्चों के लिए सवाल लगाए गए हैं। जवाब आया कि कक्षा पांच के छात्रों के लिए, उनकी बात सुनने के बाद कक्षा पांच के एक छात्र राममोहन को बुलाया। चॉक से दो, चार और छह का लासा निकालने के लिए कहा। छात्र ने हाथ खड़े कर दिए। उसके बाद डीएम ने शिक्षिका किरन बाला से लासा निकालने के लिए इशारा किया। डीएम के सामने वह सकपका गई। काफी देर के बाद वह सवाल को सही कर पाई। डीएम ने कक्षा पांच के छात्र की शिक्षा की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे सवालों को बच्चों को अच्छे ढंग से पढ़ाया जाए। उसके बाद डीएम वापस हो गए।