देवरिया : डीएम से मिले शिक्षक, बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही से करीब पांच हजार शिक्षकों को फरवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला
जागरण संवाददाता, देवरिया : बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के करीब पांच हजार शिक्षकों को फरवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला है।
उप्र जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक शिक्षक) संघ ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी अबरार अहमद से मिला और होली के पहले वेतन भुगतान की मांग की।1संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि शासन का निर्देश है कि प्रत्येक माह की पहली तारीख को वेतन शिक्षकों के खाते में भेज दिया जाए, लेकिन फरवरी का वेतन अभी तक खाते में नहीं गया है। उनका आरोप था कि बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी ने शासन को समय से वेतन के लिए बजट का डिमांड नहीं किया है। बजट के अभाव में वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। जबकि पांच दिन बाद होली का त्योहार है।
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने स्तर से वेतन भुगतान की मांग की है। डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए और वित्त एवं लेखाधिकारी से बात की।
डीएम ने इसके लिए शासन को तत्काल पत्र भेजने का निर्देश दिया। प्रतिनिधिमंडल में महामंत्री हीरालाल शर्मा, सुदर्शन कुशवाहा, नंदलाल, अखिलेश मिश्र, श्यामदेव यादव, बालेंदु मिश्र, अजीज, शिव प्रसाद यादव, कृपानारायण सिंह आदि मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, देवरिया : बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के करीब पांच हजार शिक्षकों को फरवरी का वेतन अभी तक नहीं मिला है।
उप्र जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक शिक्षक) संघ ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी अबरार अहमद से मिला और होली के पहले वेतन भुगतान की मांग की।1संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि शासन का निर्देश है कि प्रत्येक माह की पहली तारीख को वेतन शिक्षकों के खाते में भेज दिया जाए, लेकिन फरवरी का वेतन अभी तक खाते में नहीं गया है। उनका आरोप था कि बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी ने शासन को समय से वेतन के लिए बजट का डिमांड नहीं किया है। बजट के अभाव में वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। जबकि पांच दिन बाद होली का त्योहार है।
शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने स्तर से वेतन भुगतान की मांग की है। डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए बीएसए और वित्त एवं लेखाधिकारी से बात की।
डीएम ने इसके लिए शासन को तत्काल पत्र भेजने का निर्देश दिया। प्रतिनिधिमंडल में महामंत्री हीरालाल शर्मा, सुदर्शन कुशवाहा, नंदलाल, अखिलेश मिश्र, श्यामदेव यादव, बालेंदु मिश्र, अजीज, शिव प्रसाद यादव, कृपानारायण सिंह आदि मौजूद रहे।