आगरा : नकल के खेल में माफिया पास, विभाग फेल, परीक्षा के पहले दिन ही साफ हो गया कि नकल माफिया विभाग से कई कदम आगे
आगरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही साफ हो गया कि नकल माफिया विभाग से कई कदम आगे हैं। गुरुवार को पहले दिन हुई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल कराने में माफिया पास हो गए। छात्रों को नकल कराने की जिम्मेदारी शिक्षक और कॉलेज संचालकों ने उठा ली है। ऐसे नकल पकड़ने में विभाग के पसीने छूट गए, तो कॉपियां नकल की साफ गवाही दे रही थीं। परीक्षा के पहले दिन सात नकचली पकड़े गए।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में गुरुवार को हिन्दी की परीक्षा हुई। परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक नकल कराते हुए मिले। संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप सिंह ने रामेन्द्र शर्मा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक कक्ष निरीक्षक को नकल कराते पकड़ा। कक्ष निरीक्षक के मोजे में से मोबाइल फोन मिला। कक्ष निरीक्षक के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दे दिए। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. जितेन्द्र सिंह यादव ने श्रीमती प्रेमवती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में केंद्र व्यवस्थापक को बदलने के निर्देश दे दिए। केंद्र पर 7:45 बजे तक पेपर नहीं खोला गया था। वहीं रामरति इंटर कॉलेज में सचल दल के पहुंचने पर भगदड़ मच गई। अव्यवस्थाओं पर केंद्र व्यवस्थापक को बदल दिया गया। एडीआईओएस अर्चना गुप्ता ने ममता गर्ल्स इंटर कॉलेज में केंद्र व्यवस्थापक के बदलने की सिफारिश की। जीआईसी प्रधानाचार्य अरुण कुमार सिंह ने चौधरी बाबूलाल इंटर कॉलेज में एक कक्ष निरीक्षक को भारी नकल सामग्री और मोबाइल फोन के साथ पकड़ा। कक्ष निरीक्षक के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दे दिए गए।
हाईस्कूल में 10 हजार अनुपस्थित
यूपी बोर्ड की परीक्षा में पहले दिन हाईस्कूल में दस प्रतिशत से ज्यादा छात्र गायब हो गए। जनपद में 80828 छात्र पंजीकृत थे। इसमें से हिन्दी की परीक्षा में 10829 छात्र अनुपस्थित रहे। वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी पांच प्रतिशत से ज्यादा छात्र अनुपस्थित रहे।
पैंट से निकली नकल ही नकल
संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने शांति देवी विद्यामंदिर इंटर कॉलेज में एक छात्र को पकड़ा। बारहवीं हिन्दी के पेपर में छात्र के पैंट की तलाशी लेने पर नकल का जखीरा मिला। छात्र ने पैंट में 11 पेज फंसा कर रखे हुए थे। नकल सामग्री मिलने पर छात्र को रेस्टीकेट कर दिया गया। केंद्र पर एक और छात्र नकल सामग्री के साथ मिला। वहीं ज्ञानज्योति इंटर कॉलेज में भी तीन छात्र नकल के साथ पकड़े गए। बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने जय गिर्राज उमा विद्यालय में हाईस्कूल हिन्दी में एक छात्रों को नकल सामग्री के साथ पकड़ा। जीआईसी प्रधानाचार्य अरुण कुमार सिंह ने रफी अहमद किदवई इंटर कॉलेज में एक छात्रा को नकल करते हुए पकड़ा।
नकल का इंतजाम, हर मोड़ पर सूचना तंत्र
जनपद के कई परीक्षा केंद्रों पर नकल की पूरी व्यवस्था थी। माफिया ने हर मोड़ पर सूचना तंत्र स्थापित कर दिया था, ताकि सचल दल के पहुंचने से पहले केंद्र पर व्यवस्था दुरुस्त हो जाएं। वहीं केंद्र बनाने में हुई गड़बड़ी ने भी सचल दलों की मुश्किलें बढ़ा दीं। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. जितेन्द्र सिंह यादव को फतेहाबाद स्थित रामरति इंटर कॉलेज में पैदल दौड़ लगानी पड़ी।