चन्दौसी : डिग्री कॉलेज के शिक्षकों को किया ऑनलाइन
जागरण संवाददाता, चन्दौसी : अब एक प्रोफेसर दो-दो कालेजों से वेतन नहीं ले सकेंगे। इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए रूहेलखंड एमजेपी विश्वविद्यालय ने पहल की है। विवि की वेबसाइट पर प्रोफेसरों का डाटा ऑनलाइन फीड किया गया है। इससे विश्वविद्यालय जानकारी रखेगा कि कौन प्रोफेसर किस कॉलेज में नियुक्त है। प्रोफसरों के डाटा को उनके आधार कार्ड से भी लिंक किया जाएगा।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सभी विभाग सक्रिय हैं। धीरे-धीरे सब कुछ ऑनलाइन होता जा रहा है। ऑनलाइन की इस प्रक्रिया से फर्जीवाड़े पर अंकुश तो लगेगा ही, साथ ही कोई भी कहीं पर भी किसी भी विभाग की जानकारी आसानी से कर सकेगा। अभी तक छात्र-छात्रओं का डाटा ऑनलाइन किया जा रहा था लेकिन अब शिक्षकों को भी ऑनलाइन किया जा रहा है। बात अगर डिग्री कालेजों की करें तो इनमें पढ़ाने वाले सभी प्रोफेसर का डाटा रूहेलखंड एमजेपी विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन फीड किया गया है। अब विवि आसानी से जानकारी कर सकेगा कि कौन प्रोफेसर किस कॉलेज में नियुक्त है। एसएम कॉलेज के प्राचार्य बालेन्दु वशिष्ट ने बताया कि हमारे कॉलेज के प्रोफेसरों का डाटा ऑनलाइन फीड किया गया है। जो प्रोफेसर रह गए हैं, उनसे भी डिटेल मांगी गई है। उस डिटेल को विश्वविद्यालय को भेजा जाएगा।