एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

वाराणसी : सीबीएसई स्कूलों में मूल्यांकन की समान प्रणाली लागू

0 comments

वाराणसी : सीबीएसई स्कूलों में मूल्यांकन की समान प्रणाली लागू
   
वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) ने कक्षा छह से आठ तक के परीक्षा और मूल्यांकन के नियमों में परिवर्तन किया है। यह परिवर्तन सत्र 2017-18 से लागू होगा। बोर्ड ने सीसीई (सतत एवं समग्र मूल्यांकन) बंद कर दिया है।

सीबीएसई की इस पहल का मकसद सीबीएसई से जुड़े सारे स्कूलों में परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड बनाने की समान पद्धति को लागू करना है। सीबीएसई के मुताबिक छठी क्लास से अब सारे स्कूलों को नए दिशा निर्देशों के आधार पर परीक्षा लेनी होगी और रिपोर्ट कार्ड बनाना होगा। रिपोर्ट कार्ड पर सीबीएसई का लोगो भी होगा। स्कूलों की ओर से कक्षा छह से आठवीं के बच्चों को दिये जाने वाले रिपोर्ट कार्ड में बच्चों को मिलने वाले वार्षिक और अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंकों का जिक्र होगा, साथ ही उन नबंरों के आधार पर ग्रेड भी बताना होगा। रिपोर्ट कार्ड में सह-शैक्षिक गतिविधियों में बच्चों का मिलने वाले ग्रेड का वर्णन रहेगा।

अभी तक थे मूल्यांकन के अलग-अलग तरीके
सीबीएसई के स्थानीय कोआर्डिनेटर वीके मिश्र ने बताया है कि मंगलवार की शाम सीबीएसई की ओर से नई गाइडलाइन जारी हो गई है। अब तक छठवीं से आठवीं तक के लिए सीबीएसई की ओर से कोई दिशा निर्देश नहीं था। ऐसे में संबंद्ध स्कूल मूल्यांकन और परीक्षा के अलग-अलग तरीके अपना रहे थे।
स्कूल बदलने पर बच्चों को होती थी परेशानी
इससे छठवीं, सातवीं के बाद बच्चे को किसी दूसरे स्कूल में दाखिला लेना होता था तो रिपोर्ट कार्ड के आधार पर उसका मेरिट आंकने में स्कूलों को दिक्कत होती थी। इसे दूर करने के लिए सीबीएसई ने परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड में समानता लाने का प्रयास किया है।
बोर्ड का मानना है कि परीक्षा की नयी पद्धति, शिक्षण, आकलन, परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड को मानक बनाकर गुणवत्तापरक शिक्षा देने में अहम कदम साबित होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।