उन्नाव : बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही कक्ष निरीक्षकों व पुलिस का टोटा
अमर उजाला ब्यूरो, उन्नाव । बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही कक्ष निरीक्षकों ने अधिकारियों की तैयारियों को झटका दिया। सेंटरों पर कक्ष निरीक्षकों की कमी की शिकायतें सुबह सात बजे से ही कंट्रोल रूम नंबर पर दर्ज होने लगी। इसके अलावा पुलिस कर्मियों की गैर मौजूदगी की शिकायतें खास रहीं। कक्ष निरीक्षकों की लापरवाही पर डीआईओएस ने जिम्मेदारों को फोन घनघनाने शुरू किए, मगर बात नहीं बन सकी। वहीं जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ सचल दलों ने परीक्षा केंद्रों पर औचक छापेमारी कर परीक्षा का हाल जाना।
2017 बोर्ड परीक्षा की शुरुआत गुरुवार को हाईस्कूल हिंदी व इंटर सैन्य विज्ञान प्रश्नपत्र से हुई। जिले के 153 परीक्षा केंद्रों पर सुबह 6:30 बजे से ही परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी। पहली बार परीक्षा देने आए परीक्षार्थी काफी सशंकित नजर आ रहे थे। केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक सघन तलाशी के बाद परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया। इस दौरान घड़ी में 7:30 बजते ही डीआईओएस में बने कंट्रोल रूम में परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों के न पहुंचने की शिकायतें दर्ज होने लगी।
जो हालात प्रथम पाली परीक्षा से दूसरी पाली की परीक्षा तक बने रहे। काफी संख्या में कक्ष निरीक्षकों की कमी ने केंद्र व्यवस्थापकों को खूब परेशान किया। जिम्मेदार जैसे-तैसे परीक्षा पूरी कराने में सफल रहे। कक्ष निरीक्षकों की कमी के साथ ही परीक्षा केंद्रों पर पुलिस कर्मियों का भी टोंटा रहा। सुरक्षा को लेकर केंद्र व्यवस्थापक सकते में रहे। डीएम व नई सरकार का भय जिम्मेदार अधिकारियों में खूब नजर आया। पहले ही दिन जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट ने कई केंद्रों का निरीक्षण कर सख्ती का संदेश दिया। इसके अलावा डीआईओएस राकेश कुमार व बीएसए के सचल दलों ने भी एक दर्जन से अधिक केंद्रों का सघन निरीक्षण किया।
पहली पाली में 3497 छात्र अनुपस्थित
पहली पाली में हाईस्कूल हिंदी विषय में 40,647 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें से 3460 परीक्षार्थी गैर हाजिर रहे। इसके अलावा प्रारंभिक हिंदी में 206 में से 13 तो वहीं इंटर सैन्य विज्ञान के 386 परीक्षार्थियों में 24 नदारद रहे। इस तरह पहले दिन पहली पाली में कुल 3497 परीक्षार्थी परीक्षा का हिस्सा नहीं बने।
कक्ष निरीक्षकों पर होगी कार्रवाई
कक्ष निरीक्षकों के रवैय्ये से खफा डीआईओएस ने नजरें टेढ़ी हैं। डीआईओएस ने केंद्रवार अनुपस्थित कक्ष निरीक्षकों की सूची केंद्र व्यवस्थापकों से कंट्रोल रूम के माध्यम से तलब की है। जिसे अमलीजामा पहनाने में कार्यालय के दो बाबू जुटे रहे। डीआईओएस ने यह बताने से तो इंकार किया कि कितने कक्ष निरीक्षक अनुपस्थित रहे। इतना जरूर कहा कि लापरवाह शिक्षकों को बक्शा नहीं जाएगा।
इंटर कालेज निशाने पर रहे
परीक्षा नकल विहीन कराने की जद्दोजहद में प्रशासन पहले ही दिन से जुट गया है। जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ डीआईओएस व बीएसए के सचल दलों ने भी सक्रियता दिखाई। डीआईओएस के 6 सचल दलों ने जीजीआईसी पड़री खुर्द, शिवप्रसाद इंटर कालेज पड़री कला, छत्रपाल सिंह इंटर कालेज तौरा, ब्रजभूषण सिंह इंटर कालेज बिछिया, जीजीआईसी चमरौली, श्यामलाल इंटर कालेज नवाबगंज, गुरुकुल आयावर्त बजेहरा सोहरामऊ, मौलाना हसरत मोहानी मौरावां, केएनपीएन मौरावां, बीएएएस पुरवा, एमआरआरएस पुरवा, जीआईसी पुरवा, रामसिंह लालता सिंह छोटा खेड़ा, एचएमकेडी मोहान, कुंवर रामबक्श इंटर कालेज हसनगंज, सबा कुमारी बालिका इंटर कालेज मोहान में औचक छापेमारी कर व्यवस्था को परखा। वहीं बीएसए दीवान सिंह ने बांगरमऊ क्षेत्र के आरएस पब्लिक स्कूल आंबापारा, जनता इंटर कालेज ब्योली इस्लामाबाद, लालता प्रसाद इंटर कालेज महोलिया, अमर शहीद चंद्र शेखर आजाद इंटर कालेज हरईपुर, जीनियस इंटर कालेज में सघन निरीक्षण किया।
जोनल मजिस्ट्रेट ने की छापेमारी
बांगरमऊ। जोनल मजिस्ट्रेट इंद्रसेन यादव ने कस्बे के सुभाष इंटर कालेज, आरआरबीएस व बीडीएस इंटर कालेज परीक्षा केंद्रों पर औचक छापेमारी की। सब ठीक पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया। साथ ही लापरवाही किसी भी हाल में न बरतने का सख्त अल्टीमेटम केंद्र व्यवस्थापकों को दिया। वहीं भगवंतनगर के श्यामराज कुंवरि जगन्नाथ सनातन धर्म कन्या विद्यालय समेत अन्य केंद्रों का जोनल मजिस्ट्रेट उदयभान सिंह ने निरीक्षण किया।