इलाहाबाद : तैयार होने लगी रिपोर्ट, नकल कराने वाले स्कूल होंगे डिबार
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद । यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हुए अभी आठ दिन ही बीते हैं लेकिन नकल के आरोप में कई विद्यालयों में परीक्षाएं निरस्त हो चुकी हैं। कुछ विद्यालयों को नकल के आरोप में नोटिस भी जारी किया गया है। अब यूपी बोर्ड इनकी रिपोर्ट तैयार करा रहा है। जांच के बाद नकल कराने वाले इन स्कूलों को डिबार किया जाएगा। ऐसा होने पर आगे यह विद्यालय परीक्षा केंद्र नहीं बन सकेंगे।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू हुई हैं। इसमें नकल का खुला खेल भी जारी है। 18 मार्च को हाईस्कूल कॉमर्स और इंटरमीडिएट की अर्थशास्त्र एवं वाणिज्य भूगोल प्रथम, हिंदी के द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा में जमकर नकल के कारण इन परीक्षाओं में सचल दस्ते ने करछना के बसई स्थित रामशरण इंटर कॉलेज के कक्ष निरीक्षक को नकल रोकने में नाकाम रहने पर कार्यमुक्त किया तो सुलेम सराय स्थित राजदेव पब्लिक इंटर कॉलेज, कादिलपुर के संगम सिंह सिंगरौर इंटर कॉलेज एवं सुभाष चंद्र बोस इंटर कॉलेज तथा भगवतपुर मंदरी के शिवम पब्लिक हाईस्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। 20 मार्च को हाईस्कूल गणित की परीक्षा में नकल के कारण मांडा के कवलपुर स्थित मोहम्मद यासीन इंटर कॉलेज केंद्र की परीक्षा निरस्त की गई। मेजा के लखनपुर स्थित राष्ट्रीय शिक्षा निकेतन बालिका इंटर कॉलेज, मांडा के मालती देवी मौर्य बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को नोटिस जारी किया गया।
उसी दिन इंटर की शिक्षाशास्त्र, तर्कशास्त्र, मनोविज्ञान की परीक्षा में कौडिहार के मेंडेरा स्थित ग्राम सेवा इंटर कॉलेज एवं हथिगहा के मोहन नगर स्थित धनपत्ती देवी इंटर कॉलेज को नोटिस जारी किया गया। 21 मार्च को इंटरमीडिएट की अर्थशास्त्र, अर्थशास्त्र तथा वाणिज्य भूगोल, भौतिक विज्ञान की परीक्षाओं में नकल के चलते कौंधियारा के मोती लाल इंटर कॉलेज की परीक्षा निरस्त कर दी गई। कौंधियारा में ही अनंनता देवी इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक तथा करछना के अकोहढ़ा स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटर कॉलेज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बोर्ड सचिव शैल यादव का कहना है कि विद्यालयों की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जांच पड़ताल के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।