मुरादाबाद : छह साल पहले कमजोर बच्चों को नई तकनीक से पढ़ाने के लिए नियुक्त किए गए एबीआरसी का कार्यकाल बाबूगीरी में ही पूरा हो गया।
मुरादाबाद : छह साल पहले कमजोर बच्चों को नई तकनीक से पढ़ाने के लिए नियुक्त किए गए एबीआरसी का कार्यकाल बाबूगीरी में ही पूरा हो गया। उन्हें पढ़ाने का मौका तो मिला ही नहीं। विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, ¨हदी और अंग्रेजी विषय को पढ़ाने के लिए इन्हें रखा गया था।
छह साल के दौरान एबीआरसी कार्यालय में बैठक, किताब वितरण से लेकर सरकार की जन योजनाओं के काम में ही लगे रहे। कभी-कभी ही उन्होंने स्कूलों का रुख किया। लेकिन वे निरीक्षण करके ही लौट गए, पढ़ाया कुछ नहीं। महानगर के नौ ब्लाक में सभी में एक-एक एबीआरसी रखे गए थे। स्कूलों में सभी बच्चे पढ़ने में तेज नहीं होते हैं। ऐसे में कमजोर बच्चों को दक्ष बनाने के लिए एबीआरसी को सरल भाषा और तकनीक से पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया था। इस पर अच्छी खासी रकम भी खर्च की गई थी लेकिन बच्चों को इसका कोई फायदा नहीं मिल पाया। हालात ये हैं कि आठवीं के बच्चों को 10 तक के पहाड़े भी ढंग से याद नहीं हैं। वे किताबें भी नहीं पढ़ पाते हैं। अप्रैल में एबीआरसी का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इनका कार्यकाल बढ़ेगा या फिर ये अपने मूल पद पर वापस भेज दिए जाएंगे, यह शासन पर निर्भर है।