इलाहाबाद : नए सत्र से योग भी पढ़ेंगे विद्यार्थी, यूपी बोर्ड के स्कूलों में नए सत्र से कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थी योग की भी पढ़ाई करेंगे।
अमर उजाला ब्यूरो इलाहाबाद । यूपी बोर्ड के स्कूलों में नए सत्र से कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थी योग की भी पढ़ाई करेंगे। बोर्ड पाठ्यक्रम में योग को अनिवार्य करने जा रहा है। अभी तक नैतिक शिक्षा विषय के साथ योग पढ़ाया जाता रहा है, लेकिन अब इसके पाठ्यक्रम में विस्तार किया जा रहा है। मंगलवार को यूपी बोर्ड मुख्यालय में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में मौजूद पतंजलि योग पीठ के चार विशेषज्ञों के साथ पाठ्यक्रम समिति की बैठक में इस पर सहमति बनी। अब इसे 26 अप्रैल को बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद स्वीकृति के लिए शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योग में रुचि को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने योग को पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया। अभी तक योग नैतिक शिक्षा विषय के साथ शामिल है। हाईस्कूल की परीक्षा में नैतिक शिक्षा के प्रश्नपत्र के साथ योग पर छह नंबर तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा में पांच नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं। मंगलवार को बोर्ड मुख्यालय में हुई बैठक में पतंजलि योग पीठ के विशेषज्ञों से राय-मशविरा करके पाठ्यक्रम का विस्तार किया गया। इसके तहत 50 अंक के प्रश्न पत्र में नैतिक शिक्षा एवं शारीरिक शिक्षा के 15-15 अंक के प्रश्न होंगे, जबकि योग पर 20 नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे। सचिव शैल यादव के मुताबिक संशोधित पाठ्यक्रम को 26 अप्रैल को होने वाली बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा।
सीएमपी, आर्यकन्या में भी योग बना पाठ्यक्रम
सीएमपी डिग्री कॉलेज और आर्य कन्या डिग्री कॉलेज में भी योग पर पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहा है। दोनों कॉलेजों में इसके लिए सार्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स चलाया जाएगा। साटिर्फिकेट कोर्स तीन माह का जबकि डिप्लोमा कोर्स छह माह का होगा। इसकी पढ़ाई नए सत्र से शुरू होगी।