लखनऊ : सरकारी स्कूलों व मदरसों में पढ़ रहे कक्षा एक से आठ तक सत्र बीता, 4.60 लाख बच्चों को नहीं मिला बैग
सरकारी स्कूलों व मदरसों में पढ़ रहे कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को 2016-17 शैक्षणिक सत्र बीतने के बावजूद बैग नहीं मिल सका। 6 से 14 आयुवर्ग के जिले के 4.60 लाख बच्चों को अगस्त 2016 में शासनादेश जारी होने के बाद बैग मिलने की उम्मीद जगी थी। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों की उदासीनता के कारण नए सत्र में ये बच्चे पुराने बैग में ही कॉपी-किताबें लेकर पढ़ने जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी सरकार ने परिषदीय, सहायता प्राप्त, मदरसा व राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले प्रदेशभर के 1.85 करोड़ बच्चों को नि:शुल्क बैग बांटने के लिए चार नवंबर 2015 को प्रमुख सचिव बेसिक की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी। लेकिन इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी व फतेहपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बैग नहीं बांटा जा सका।
लैप्स हो गया 58 करोड़ का बजट
इलाहाबाद। कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को बैग देने के लिए पिछली सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को 150 करोड़ रुपये दिए थे। सूत्रों के अनुसार डिमांड के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 92 करोड़ दिए गए। बचा हुआ 58 करोड़ रुपये का बजट लैप्स हो गया।
इनका कहना है
मंडल के चारों जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से पूछताछ की तो पला चला कि कहीं भी बैग वितरण नहीं हो सका।
रमेश तिवारी, मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक
जिले के इतने बच्चों को नहीं मिला बैग
कक्षा 1 से 5
स्कूल संख्या बच्चे
2476 परिषदीय स्कूल 294414
33 सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूल 3691
43 मदरसा 10355
दो राजकीय 108
कक्षा 6 से 8
1001 परिषदीय स्कूल 85502
106 सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल 19940
आठ राजकीय 1527
181 सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज 40089
43 मदरसा 4586