सिद्धार्थनगर : रसोइये को निकालने के मामले की जांच पूरी
जागरण संवाददाता, खुनियांव, *इटवा, सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मधुकरपुर में दो हजार रुपये न देने के कारण चार साल से कार्यरत रसोइए को प्रधानाध्यापक द्वारा स्कूल से निकाल दिया गया। इसकी शिकायत जब ग्रामीणों ने की तो मौके पर पहुंच कर खंड शिक्षा अधिकारी ने पूरे मामले की जांच की। 1गुरुवार सुबह करीब नौ बजे बीईओ मनीराम वर्मा स्कूल पर पहुंचे। जहां सिर्फ *शिक्षा मित्र रीता त्रिपाठी ही मौजूद मिली, जबकि स्कूल में तैनात दो अन्य अध्यापक दिनेश कुमार व अजय यादव अनुपस्थित मिले* रसोइया रंभा देवी ने बताया कि एक हजार मानदेय मिलता है, वह भी छह से सात महीने के बाद। इिधर आठ माह से मानदेय नहीं मिला, प्रधानाध्यापक दो हजार रुपए मांग रहे हैं, न देने के कारण स्कूल से निकाल देने की धमकी दे रहे है। अभिभावकों में प्रदीप त्रिपाठी, उमेश तिवारी, बबलू यादव, मारकण्डेय ने बताया कि दो माह पहले प्रबंधन समिति से छह हजार रुपया निकाल लिया गया, मगर विद्यालय में कोई सामान नहीं लाया गया। बहाऊ, ग्रीश तिवारी, बंशी गौतम ने बताया कि अध्यापक के न आने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जागरण संवाददाता, खुनियांव, इटवा, सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मधुकरपुर में दो हजार रुपये न देने के कारण चार साल से कार्यरत रसोइए को प्रधानाध्यापक द्वारा स्कूल से निकाल दिया गया। इसकी शिकायत जब ग्रामीणों ने की तो मौके पर पहुंच कर खंड शिक्षा अधिकारी ने पूरे मामले की जांच की। 1गुरुवार सुबह करीब नौ बजे बीईओ मनीराम वर्मा स्कूल पर पहुंचे। जहां सिर्फ शिक्षा मित्र रीता त्रिपाठी ही मौजूद मिली, जबकि स्कूल में तैनात दो अन्य अध्यापक दिनेश कुमार व अजय यादव अनुपस्थित मिले। रसोइया रंभा देवी ने बताया कि एक हजार मानदेय मिलता है, वह भी छह से सात महीने के बाद। इिधर आठ माह से मानदेय नहीं मिला, प्रधानाध्यापक दो हजार रुपए मांग रहे हैं, न देने के कारण स्कूल से निकाल देने की धमकी दे रहे है। अभिभावकों में प्रदीप त्रिपाठी, उमेश तिवारी, बबलू यादव, मारकण्डेय ने बताया कि दो माह पहले प्रबंधन समिति से छह हजार रुपया निकाल लिया गया, मगर विद्यालय में कोई सामान नहीं लाया गया। बहाऊ, ग्रीश तिवारी, बंशी गौतम ने बताया कि अध्यापक के न आने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।