गोरखपुर : गुरुजी बायोमेटिक मशीन से लगाएंगे हाजिरी, छात्रों की भी बायोमेटिक मशीन में दर्ज होगी उपस्थिति, सभी विद्यालयों में बायोमेटिक मशीन लगाने का निर्देश
रुकेगा मध्याह्न् भोजन में घालमेल : कम ही विद्यालय होंगे रोज पढ़ने वाले छात्रों की संख्या पर्याप्त होती हो। अधिकतर विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बेहद कम होती है लेकिन मध्याह्न् भोजन के आंकड़ों में छात्रों की पर्याप्त उपस्थिति दिखाई जाती है। उनकी उपस्थिति के आंकड़ों में हेरफेर कर मध्याह्न् भोजन में रोज बड़ा घालमेल किया जाता है। बायोमेटिक प्रणाली प्रभावी होने के बाद इस पर भी रोक लग जाएगी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को अब बायोमेटिक हाजिरी लगानी पड़ेगी। छात्रों की उपस्थिति भी बायोमेटिक मशीन के जरिए ही दर्ज की जाएगी। सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो दस जुलाई तक सभी प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बायोमेटिक मशीन लगा दी जाएगी। इस संबंध में शासन ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर विद्यालयों में बायोमेटिक मशीन लगवाने का आदेश जारी कर दिया है।
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शिक्षकों के विद्यालय न पहुंचने की शिकायत आम है। ऐसे शिक्षकों की बड़ी तादात है जो विद्यालय पहुंचते ही नहीं हैं। कई शिक्षक ऐसे भी हैं जो सप्ताह, दस दिन पर विद्यालय जाते तो हैं लेकिन सिर्फ उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के लिए ही। यह सब जानते हुए भी विभागीय अधिकारी ऐसे शिक्षकों पर लगाम नहीं लगा पाते। प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की वास्तविक उपस्थिति भी कम ही रहती है लेकिन कागज में इनकी उपस्थिति अधिक दिखाई जाती है। छात्रों की उपस्थिति के फर्जी आंकड़ों के हिसाब से ही मध्याह्न् भोजन का आंकड़ा भी तैयार कर दिया जाता है।
प्रदेश की नई सरकार ने इसे रोकने के लिए बायोमेटिक प्रणाली से उपस्थित दर्ज करने की को अनिवार्य करने का फैसला किया है। इस प्रणाली के लागू होने पर सभी शिक्षकों का विद्यालय जाना अनिवार्य हो जाएगा। विद्यालय पहुंचे बिना उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाएगी। शासन ने छात्रों की उपस्थिति भी इसी प्रणाली से दर्ज करने का निर्देश दिया है।
क्या है बायोमेटिक प्रणाली : बायोमेटिक प्रणाली में अंगुली के निशान से उपस्थित दर्ज की जाती है। इलेक्ट्रानिक मशीन से अंगुली का निशान पहले ही ले लिया जाता है। उपस्थिति दर्ज करने के लिए उस मशीन से जुड़ी इलेक्ट्रानिक डिवाइस में रोज अंगुली लगानी पड़ेगी। बिना अंगुली लगाए उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाएगी।
बढ़ेगी शिक्षक नेताओं की मुश्किल : विद्यालयों में बायोमेटिक मशीन लगने के बाद गैर हाजिर रहने वाले शिक्षकों के साथ ही साथ शिक्षक नेताओं की मुश्किल भी बढ़नी तय है। अधिकतर शिक्षक नेता शायद ही कभी विद्यालय जाते हों। अधिकतर तो बेसिक शिक्षा कार्यालय में दिन भर मडराते रहते हैं। बायोमेटिक मशीन लगने के बाद इन शिक्षक नेताओं को भी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए विद्यालय जाना आनिवार्य हो जाएगा।
🔵 छात्रों की भी बायोमेटिक मशीन में दर्ज होगी उपस्थिति,
🌑 सभी विद्यालयों में बायोमेटिक मशीन लगाने का निर्देश