वाराणसी : सिर्फ एनओसी मिलने से नहीं चला सकते स्कूल, शिक्षाधिकारियों ने मान्यता की प्रक्रिया पूरी करने का दिया निर्देश, अटैचमैंट वाले स्कूलों को खिलाफ भी की जाएगी कड़ी कार्रवाई
वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता । बगैर मान्यता वाले स्कूलों के खिलाफ चले आभियान से खलबली मची है। गुरुवार को बीएसए और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कई स्कूलों को प्रबंधक चक्कर लगाते दिखे। कुछ इस बात पर अड़े थे कि उन्हें एनओसी मिली। इसलिए स्कूल को अमान्य विद्यालय न कहा जाए।
जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी राय और बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन सिंह यादव का कहना है सिर्फ एनओसी मिलना ही मान्यता के लिए पर्याप्त नहीं है। मान्यता की पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा। कई प्रबंधकों को मान्यता की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। बीएसए का कहना था कि विभिन्न ब्लाकों में जिन विद्यालयों को नोटिस दी गई है उन्हें 15 दिन में जवाब देना है। जवाब संतोषजनक नहीं है तो स्कूल बंद करना पड़ेगा।
सरकारी स्कूलों में बढे़गी छात्र संख्या
बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों का कहना है कि अगर गैर मान्यता प्राप्त स्कूल बंद हो जाएंगे तो उनके यहां छात्रों की संख्या बढ़ जाएगी। हालांकि, शिकायत यह भी मिल रही है कि कई गैर मान्यता प्राप्त स्कूल नोटिस मिलने के बाद अपने भवन पर कोचिंग का बोर्ड लगा दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि कुछ दिनों के बाद अभियान ठंडा पड़ जाएगा।
शपथपत्र मिलने के बाद होगी कार्रवाई
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया है कि स्कूलों से तीन दिन में शपथ पत्र मांगा गया है। इसके बाद निरीक्षण शुरू होगा। उन्होंने स्पष्ट किया है कि एक मान्यता के आधार पर कई शाखाएं नहीं चलाई जा सकती। शिकायत पर ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई होगी। गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के बच्चों का परीक्षा फार्म अगर कोई मान्यता प्राप्त (अटैचमेंट) भरवाता है तो दोनों पर विधिक कार्रवाई होगी।