कुशीनगर : शिक्षक नदारद, स्कूलों में लटकता मिला ताला, अधिकांश विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति रही कम, टूटे फर्श, बदहाल शौचालय व हैंडपंपों की दशा खराब
जागरण संवाददाता, कप्तानगंज, कुशीनगर: प्रदेश सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर है, लेकिन मातहतों की लापरवाही के चलते प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। बुधवार को विकास खंड के दर्जन भर स्कूलों का जागरण टीम ने जायजा लिया तो तस्वीर संतोषजनक नहीं दिखी। सुबह 10 बजकर 30 मिनट प्राथमिक विद्यालय सोहनी में प्रधानाध्यापिका सरोज सिंह व सहायक अध्यापिका पूनम दूबे बच्चों को पढा रही थीं। सहायक अध्यापक अभिषेक चौहान नदारद थे। नामांकित 103 बच्चों में 50 उपस्थित थे। जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापिका शीला मिश्र, सहायक अध्यापिका वर्तिका गो¨वद राव उपस्थित थीं, 28 बच्चों में से 13 बच्चे उपस्थित थे। कमरों का टूटा फर्श व्यवस्था का पोल खोल रहा था तो बिजली का तार चोरों द्वारा काट ले जाने के की बात सामने आई। शौचालय ध्वस्त है तो हैंडपंप दूषित पानी दे रहा है। 11 बजे कोटवा प्राथमिक विद्यालय में तैनात तीन अध्यापकों में केवल रंजना चौबे मौजूद थीं। केवल एक कक्ष को छोड़ अन्य कमरों में ताला बंद था, एक ही कमरे में वह बच्चों को पढ़ा रही थी। उन्होंने कहा कि प्रभारी अभिनाश मिश्र 30 मार्च से 18 अप्रैल तक अवकाश पर हैं। सहायक अध्यापक अवधेश तिवारी बोर्ड परीक्षा ड्यूटी में गए हैं। 37 बच्चों में से 25 पढ़ने आए थे। हैंडपंप पीला पानी दे रहा था। चहारदीवारी न होने से परिसर को ग्रामीणों ने खलिहान बना दिया है। 11 बज कर 30 मिनट पर प्राथमिक विद्यालय गजरा में नामांकित 50 बच्चों में 16 बच्चे उपस्थित थे। कमरों में ताला बंद था, बच्चे खिचड़ी खा रहे थे। प्रभारी रमेश चंद्र शर्मा अपने कक्ष में थे, सहायक अध्यापक रउफ खाना खा रहे थे। प्रशिक्षु अध्यापिका रीता गोंड चार माह से स्कूल नहीं आ रही हैं। 12 बजे पूर्व माध्यमिक विद्यालय मङिाला में 20 बच्चों में से 10 बच्चे मौजूद थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक रामवृक्ष प्रसाद व सहायक अध्यापक शत्रुघ्न राय बच्चों को पढा रहे थे। जूनियर विद्यालय में प्रभारी दिलीप कुमार, सहायक अध्यापिका रेनू पांडेय व कमलेश प्रजापति मौजूद थे। रेनू सिंह बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करने गई थीं। बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज मिश्र ने कहा कि स्कूलों की जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।