एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

प्रतापगढ़ : विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन बिल अब डीडीओ पोर्टल से तैयार होगा

0 comments

प्रतापगढ़ : विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन बिल अब डीडीओ पोर्टल से तैयार होगा

प्रतापगढ़ : विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन बिल अब डीडीओ पोर्टल से तैयार होगा। मुख्य कोषाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने गुरुवार को जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में आहरण वितरण अधिकारियों को इस नई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। बताया कि डीडीओ पोर्टल के माध्यम से वेतन देयक बनाने पर समय व श्रम दोनों की बचत होगी। डीडीओ को कर्मचारियों का समस्त डाटाबेस उनके लॉगिन पर प्राप्त होगा। इसका परीक्षण व आवश्यक संशोधन भी किया जा सकेगा। इस तरह अब हर महीने कोषागार से वेतन बिल बनवाने की आवश्यकता नहीं होगी। माह की 20 तारीख के बाद अधिष्ठान के कार्मिकों का वेतन बिल तैयार कर टोकन जारी किया जा सकेगा। बिल पारित करने, ऑफ लाइन ट्रांजेक्शन फाइल बनाने, उसे आनलाइन अपलोड करने व अप्रूव करने की व्यवस्था यथावत रहेगी। बताया कि आहरण वितरण अधिकारी को डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा और उसे कोषागार से अप्रूव्ड कराना होगा। जिन आहरण वितरण अधिकारियों ने ई-पेंशन के लिए कोषागार से लागिन आइडी, पासवर्ड प्राप्त कर लिया है। डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट पंजीकृत करा लिया है और कोषागार से अप्रूव्ड करा लिया है उन्हें दुबारा प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य कोषाधिकारी ने आहरण वितरण अधिकारियों और उनसे संबंधित पटल सहायकों और कम्प्यूटर आपरेटरों से कहा है कि नई व्यवस्था में कोई जानकारी प्राप्त करनी हो तो मोबाईल नंबर-8765923544 से किया जा सकता है।प्रतापगढ़ : विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन बिल अब डीडीओ पोर्टल से तैयार होगा। मुख्य कोषाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने गुरुवार को जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में आहरण वितरण अधिकारियों को इस नई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। बताया कि डीडीओ पोर्टल के माध्यम से वेतन देयक बनाने पर समय व श्रम दोनों की बचत होगी। डीडीओ को कर्मचारियों का समस्त डाटाबेस उनके लॉगिन पर प्राप्त होगा। इसका परीक्षण व आवश्यक संशोधन भी किया जा सकेगा। इस तरह अब हर महीने कोषागार से वेतन बिल बनवाने की आवश्यकता नहीं होगी। माह की 20 तारीख के बाद अधिष्ठान के कार्मिकों का वेतन बिल तैयार कर टोकन जारी किया जा सकेगा। बिल पारित करने, ऑफ लाइन ट्रांजेक्शन फाइल बनाने, उसे आनलाइन अपलोड करने व अप्रूव करने की व्यवस्था यथावत रहेगी। बताया कि आहरण वितरण अधिकारी को डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा और उसे कोषागार से अप्रूव्ड कराना होगा। जिन आहरण वितरण अधिकारियों ने ई-पेंशन के लिए कोषागार से लागिन आइडी, पासवर्ड प्राप्त कर लिया है। डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट पंजीकृत करा लिया है और कोषागार से अप्रूव्ड करा लिया है उन्हें दुबारा प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य कोषाधिकारी ने आहरण वितरण अधिकारियों और उनसे संबंधित पटल सहायकों और कम्प्यूटर आपरेटरों से कहा है कि नई व्यवस्था में कोई जानकारी प्राप्त करनी हो तो मोबाईल नंबर-8765923544 से किया जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।