इलाहाबाद : अंग्रेजी के शिक्षक को गणित की जिम्मेदारी, कांपियों में उत्तर की जगह निकले नोट, दूसरे दिन संबंधित विषय के परीक्षकों की रही कमी
इलाहाबाद : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद अपनी हाईस्कूल, इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर जितना गैर जिम्मेदार था, उसकी झलक मूल्यांकन पर भी नजर आ रही है। मूल्यांकन के दूसरे दिन केंद्रों में संबंधित विषय के शिक्षकों का अभाव रहा। शिक्षकों से अलग-अलग विषय की कापियां जंचवाई जा रही है। संस्कृत के शिक्षक को शिक्षाशास्त्र व गणित के शिक्षक को अंग्रेजी की कापी जांचने के लिए मिली। जबकि अंग्रेजी के शिक्षक गणित, संस्कृत व विज्ञान की कापी जांच रहे हैं। शुक्रवार को 105220 कापियों का मूल्यांकन हुआ। हाईस्कूल की 57866 व इंटरमीडिएट की 47354 कापियां जंची।
यूपी बोर्ड की कापियां राजकीय इंटरमीडिएट कालेज, जीजीआइसी, केपी इंटर कालेज, सीएवी इंटर कालेज, केसर विद्यापीठ, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज, अग्रसेन इंटर कालेज में जंच रही है। जीआइसी में अंग्रेजी के शिक्षक को गणित व संस्कृत वाले को शरीरिक शिक्षा की कापी जांचने को मिली तो वह बिफर पड़े। सीएवी इंटर कालेज में हंिदूी के शिक्षक को अंग्रेजी की कापी जांचने को दी गई।
केपी इंटर कालेज, एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में विज्ञान के शिक्षक को हंिदूी की कापी दी गई तो उसका विरोध हुआ, आनन-फानन में उसे बदला गया। जबकि कई शिक्षकों ने अलग विषय की कापी ही जांच डाली। कापियों में उत्तर के बजाय नोट निकल रहे हैं। एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में जंच रही कई कापियों से 50, सौ व पांच सौ के नोट निकले। परीक्षार्थियों ने शिक्षकों से पैसा लेकर नंबर देने की गुजारिश की है। 1डीएचई बनाने में बीता समय : मूल्यांकन के दूसरे दिन हर केंद्र में खासी अव्यवस्था रही। जीआइसी, सीएवी, केसर विद्यापीठ समेत कई कालेज में एक बजे तक डीएचई की नियुक्ति ही होती रही।