लखनऊ : ट्रांसफर की चाह रखने वाले टीचर पहले पढ़ लें योगी सरकार की ये शर्तें, तबादले में नहीं चलेगी सिफारिश
अजीत बिसारिया/अमर उजाला, लखनऊ । बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक इस बार मई-जून में तबादला नीति का लाभ नहीं ले पाएंगे। योगी सरकार ने अपने शुरुआती 100 दिनों में तबादले के बजाय शिक्षा विभाग को दिए गए लक्ष्य पूरा करने का फैसला किया है।
उसके बाद जब भी शिक्षकों से तबादले का विकल्प लिया जाएगा, उसमें इन 100 दिनों के उनके कामकाज के आधार पर निर्णय होगा।
प्रदेश के बेसिक स्कूलों में इस वक्त 5 लाख 85 हजार 232 शिक्षक पढ़ा रहे हैं। अक्सर उनके तबादले 20 मई से 30 जून के बीच किए जाते हैं, क्योंकि इन दिनों में गर्मियों की छुट्टियां होने से पठन-पाठन प्रभावित नहीं होता।
इस बार शिक्षकों को उम्मीद थी कि योगी सरकार हर हाल में 30 जून तक स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी कर लेगी, ताकि ग्रीष्मावकाश के बाद हर शिक्षक नई जगह पर अपनी जिम्मेदारी संभाल सके। यहां बता दें कि सपा सरकार में भी घोषणा तो मई-जून में ही तबादला प्रक्रिया पूरी करने की होती थी, पर कभी इस पर अमल नहीं हो पाया।
तबादले में नहीं चलेगी सिफारिश
शासन के सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार अपने शुरुआती 100 दिनों में शिक्षकों के तबादले नहीं करेगी। योगी सरकार के 100 दिन जून के अंतिम सप्ताह में पूरे होंगे। विभागीय अधिकारियों से कहा गया है कि वे तबादले के बजाय पढ़ाई की गुणवत्ता सुधार के लिए दिए गए लक्ष्य पूरा करने पर ध्यान दें।
इतना ही नहीं जो राजनेता शिक्षकों के तबादले के लिए सिफारिश कर रहे हैं, उन्हें भी इससे दूर रहने की नसीहत दी जा रही है। शासन के ही एक अधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध के साथ बताया कि जब भी शिक्षकों से तबादले का विकल्प भरवाया जाएगा, उस पर निर्णय से पहले संबंधित शिक्षक की परफॉर्मेंस जरूर देखी जाएगी।
परफॉर्मेंस ठीक न मिलने पर वे मनचाही जगह पर तबादला भी नहीं ले सकेंगे। हालांकि, विभाग के अधिकतर अधिकारियों का भी मानना है कि चालू सत्र में शिक्षकों को अन्य वर्षों की तरह विकल्प भरवाकर तबादला करने की संभावना बेहद कम है।
गुणवत्ता सुधारने पर जोर
अभी हमारा पूरा जोर 100 दिनों के भीतर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर है। शिक्षकों के तबादला वगैरह पर उसके बाद ही विचार किया जाएगा।
- अनुपमा जायसवाल, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री