प्रतापगढ़ : फर्जी बैंक खाता खोल शिक्षकों का ले लिया टैक्स रिफंड
प्रतापगढ़। बेल्हा में कुछ एकाउंटेंट और शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मिलीभगत कर आईटीआर के जरिए शिक्षकों के साथ धोखा किया है। उनका आईटीआर (इनकम टैक्स रिटर्न) दाखिल कर बैंक में नया खाता खोल लौटाई गई राशि हड़प ली। इसकी जानकारी जब शिक्षकों को हुई तो वह हैरान रह गए। शिक्षकों ने इसकी शिकायत वित्त एवं लेखाधिकारी से की है।
सरकारी कर्मचारियों को इनकम टैक्स में गंभीर बीमारी होने पर छूट मिलती है। बताते हैं कि वर्ष 2012-13 में गौरा व सदर विकास खंड के प्राथमिक शिक्षक संघ के कुछ पदाधिकारियों ने शिक्षकों को इनकम टैक्स रिफंड का पैसा दिलाने के लिए एक एकाउंटेंट से रिटर्न फाइल कराया था। इसके बाद शिक्षकों के खाते में रिफंड का पैसा भी आया, लेकिन वर्ष 2014-15 में शिक्षकों से रिटर्न फाइल नहीं कराया गया। शिक्षकों के मुताबिक उन्हें कहा गया कि वर्ष 2015-16 व 2016-17 में एक साथ आईटीआर दाखिल कराया जाएगा। इससे शिक्षकों ने अपना रिटर्न फाइल ही नहीं किया।
आरोप है कि इस दौरान शिक्षक संघ के पदाधिकारी व पूर्व में आईटीआर दाखिल करनेवाले एकाउंटेंट ने मिलीभगत कर शिक्षकों के नाम से आईटीआर दाखिल कर दिया। इसके लिए शिक्षकों की फोटो उनके पास पहले से ही थी। साथ ही शिक्षकों के फर्जी हस्ताक्षर बना लिए। बैंक में शिक्षकों के नाम से खाता भी खुलवाया और आईटीआर से वापस रकम लेने के लिए इन बैंक खातों का नंबर दिया। एजेंट और शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षकों को गंभीर बीमारी दिखाकर मिलनेवाली छूट की रकम को बैंक में खोले गए खाते में वापस कराके हड़प ली।
इसकी जानकारी शिक्षकों को उस वक्त हुई जब वह दूसरे एजेंट से अपना रिटर्न (आईटीआर) फाइल कराने पहुंचे। कहा गया कि उनका रिटर्न फाइल हो चुका है, जिसका विभाग की ओर से भुगतान भी किया जा चुका है। इसमें गौरा विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय भीखीपुर के राजेंद्र वर्मा के 77 हजार रुपये, प्राथमिक विद्यालय कोयम के राजपति का 18 हजार रुपये, पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुजहा के राज बहादुर यादव का 29 हजार 990 रुपये, प्राथमिक विद्यालय बसिरहा के विद्याशंकर का 10 हजार 500 व प्राथमिक विद्यालय फतनपुर के रंजीत का 12 हजार तथा सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जैतीपुर कठार की सीमा का 45 हजार रुपये फर्जी तरीके से निकाल लिए गए। इसी तरह से अन्य शिक्षकों का भी पैसा निकाला गया है। मामले का खुलासा होने के बाद पीड़ित शिक्षकों ने इसकी शिकायत वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक से की है।
इनका कहना है
इस तरह का मामला फिलहाल मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो यह गंभीर विषय है। मामले की जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा। संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए
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