एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

आजमगढ़ : परिषदीय शिक्षकों का लटका वेतन, समय से बजट न आने से विभाग नहीं भेज सका वेतन चार हजार को भुगतान अभी दस हजार बाकी

0 comments

आजमगढ़ : परिषदीय शिक्षकों का लटका वेतन, समय से बजट न आने से विभाग नहीं भेज सका वेतन  चार हजार को भुगतान अभी दस हजार बाकी

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद के परिषदीय विद्यालयों के दस हजार शिक्षकों का वेतन लटक गया है। इसकी वजह से उनके समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है। समय से बजट न आने की वजह से शिक्षकों के खाते में धन नहीं भेजा जा सका। केवल चार हजार शिक्षकों के खाते में धन भेजा जा चुका है। अब नए बजट आने के बाद ही शिक्षकों का वेतन भुगतान हो पाएगा। ऐसे में शिक्षकों के समक्ष समस्या खड़ी हो गई है। रामनवमी का त्योहार भी उन्हें तंगहाली में बिताना पड़ा। आगे शिक्षकों की तमाम समस्याएं हैं। ऐसे में उन्हें से तीन-चार होना ही पड़ेगा। दूसरी तरफ कुछ शिक्षक संघ के लोग अधिकारियों व कर्मचारियों पर आरोप लगाकर इसे राजनीतिक तूल पकड़ा रहे हैं। इससे विभाग की छवि खराब हो रही है।1जनपद में परिषदीय विद्यालयों में करीब 13000 शिक्षक हैं। हर माह ग्रांट के साथ शिक्षकों का वेतन उनके खाते में भेजा जाता है। जनवरी माह में शिक्षकों का वेतन मिला था। फरवरी में बजट ही नहीं आया। इसकी वजह से इस माह का वेतन लटका हुआ था। 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त होने वाला था। ऐसे में सभी शिक्षकों को आस थी कि उससे पहले उनका वेतन खाते में पहुंच जाएगा। सूत्रों की मानें तो विभाग में बजट ही 30 मार्च की रात में आया। इसके बाद विभागीय अधिकारी व कर्मचारी युद्धस्तर पर वेतन भेजने की कवायद में जुट गए लेकिन वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन सभी आफिस व कार्यालयों के खुलने व अपने-अपने काम निबटाने में लगे रहने की वजह से सर्वर भी लोगों को जवाब दे गया था। सर्वर डाउन रहने की वजह से कम्प्यूटर काम ही नहीं कर रहा था। 1इसकी वजह से कोषागार कार्यालय में 31 मार्च तक विभागीय अधिकारी मशक्कत करते रहे और हाल यह हुआ कि केवल चार हजार शिक्षकों का ही वेतन उनके खाते में जा सका। शेष दस हजार शिक्षकों का वेतन अटक गया। इसे शिक्षक संघ ने विभाग की गलती मानकर तरह-तरह का आरोप लगाते हुए कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया लेकिन सब सच्चाई पता चली तो सभी हक्का-बक्का रह गए। आरोप था कि विभागीय मिलीभगत से वेतन नहीं दिया गया है लेकिन विभाग की मानें तो बजट समय से न आने से उनका भुगतान लटका गया। अधिकारी देर रात तक वेतन भेजवाने में लगे रहे। अफसरों की मानें तो सर्वर व कम समय की वजह से उनकी एक न चल पाई। ऐसे में शिक्षकों को किसी भी तरह से गुमराह होने की जरूरत नहीं है। विभाग की तरफ से वेतन भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।1तमाम शिक्षकों ने बदल दिया खाता1आजमगढ़ : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले 260 शिक्षकों ने ऐन वक्त पर अपना खाता बदल दिया। इसकी वजह से फाइल अपलोड होने में बाधा आई। उसे दूर किया गया।1 वित्त सेवा के विशेषज्ञों से परामर्श लिया गया। तीन बार नए टोकन लेकर अपलोड किया गया किन्तु बिल रात तक जनरेट नहीं हो पाई। कुछ शिक्षकों ने अपने खाते से लोन ले रखा है और लोन की धनराशि काटने को लेकर उन्होंने खाता बदल दिया। इसमें विभाग के अफसरों से राय भी नहीं ली गई। इसके अलावा कुछ नए शिक्षक भी इसमें शामिल हैं।’>>नए बजट आने से ही शिक्षकों के खाते में पहुंचेगा धन1’>>रामनवमी का त्योहार भी तंगहाली में बीता, तनाव जारीरात में 12 बजे तक कार्य किया गया। सर्वर डाउन रहने से भुगतान की फाइल अपलोड नहीं हो पाई। इस दौरान कुछ छोटी फाइलों में आनलाइन भुगतान हो गया लेकिन अधिसंख्य लोगों का वेतन रूक गया और पैसा शासन को वापस चला गया। ऐसे में बजट आते ही भुगतान की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।1-श्रीनाथ कुशवाहा : मुख्य कोषाधिकारी आजमगढ़।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।