बदायूँ : शिक्षकों ने जगाई साक्षरता की अलख, जंगल में काम कर रहे लोगों को किया साक्षरता के लिए प्रेरित, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ने छेड़ा अभियान
जागरण संवाददाता, बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षक-शिक्षिकाएं गांव-गांव जाकर अभिभावकों को जागरूक कर रहे हैं। बच्चों से बात की जा रही है। विद्यालयों में दी जानी वाली सुविधाओं की जानकारी दी जा रही है। वहीं विकास क्षेत्र कादरचौक के एक विद्यालय ने खेत व सड़क का रूख किया है।खेत पर बच्चों को काम कराते अभिभावकों को शिक्षा प्रति जागरूक किया जा रहा है व बच्चों को भी विद्यालय आने को प्रेरित किया जा रहा है।
मुफ्त किताबें मुफ्त में खाना, पर शिक्षा में देर है, स्कूल खुले गांव-गांव में फिर भी क्यों अंधेर है। यह लाइनें अभिभावकों को सुनाकर शिक्षा की जोत जगाई जा रही है। गांव गंगपुर पुख्ता के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक खेतों में पहुंच रहे हैं। गेहूं काट रहे अभिभावकों को तब तक समझा रहे हैं, जब तक वह अपने बच्चों को विद्यालय भेजने को तैयार न हो जाएं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार शिक्षकों संग विद्यालय प्रबंध समिति व कुछ बच्चों को लेकर घर-घर भी जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में गेहूं की फसल की कटाई चल रही है। जिसके चलते माता-पिता उन्हें विद्यालय भेजने की जगह खेत पर भेज देते हैं। जो उनके भविष्य के लिए घातक है।
उन्होंने बताया कि यह जागरूकता अभियान जुलाई महीने तक चलेगा। कम आबादी के कारण बच्चों का नामांकन विद्यालय में नहीं हो पाता। जिसके लिए पास के गांवों में भी संपर्क किया जा रहा है। ग्रामीण भी जागरूक हो रहे हैं। योजनाओं की जानकारी देने के लिए पंपलेट भी बंटवाए जा रहे हैं।बैलगाड़ी चलाते बच्चे को शिक्षा के प्रति जागरूक करते शिक्षक ’ जागरण