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गोण्डा : शिक्षा सत्र समाप्त, अब तक नहीं हो सकी बेसिक शिक्षा विभाग में छात्रों का डाटा फीडिंग

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गोण्डा : शिक्षा सत्र समाप्त, अब तक नहीं हो सकी बेसिक शिक्षा विभाग में छात्रों का डाटा फीडिंग

संसू, गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग में छात्रों का डाटा फी¨डग नहीं कराया गया है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 25 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो सका है। जबकि नए सत्र लागू होने से पहले फी¨डग का कार्य पूरा हो जाना चाहिए। इसकी समीक्षा को लेकर बीएसए ने गंभीरता नहीं दिखाई। जिससे बीईओ भी लापरवाह रहे। अब नए सत्र में बजट लेने को लेकर माथापच्ची चल रही है। क्योंकि सही आंकड़े के अभाव में सरकार से धनराशि अवमुक्त कराने में दिक्कत होगी। इसके लिए अब तक किसी की जिम्मेदारी भी नहीं तय की जा सकी है। 1जिले में छह लाख 35 हजार 85 छात्र-छात्रएं बेसिक शिक्षा में पढ़ रहे हैं। कई बार नामांकन संख्या बढ़ाने के लिए एक छात्र को दो से तीन विद्यालयों में पंजीकरण कर दिया जाता है। इसमें पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने 35 ¨बदुओं पर इनका डाटा ऑनलाइन करने का निर्देश दिया था। जिससे गड़बड़ी की समस्या खत्म हो जाए लेकिन यहां इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। आलम यह रहा कि सितंबर से चल रही डाटा फी¨डग में अब तक 12 लाख 83 हजार 72 छात्रों की स्टूडेंट डाटाबेस एमआइएस कराया जा सका है। इसमें झंझरी व पडरीकृपाल में एक भी छात्र का डाटा नहीं अपलोड किया गया है तो कई ब्लॉकों में सौ की संख्या में ही फी¨डग हुई है। इसको लेकर अधिकारियों ने समीक्षा करना भी मुनासिब नहीं समझा। प्रशासनिक अधिकारी भी मौन रहे। अब सत्र समाप्ति पर इसके लिए मंथन चल रहा है। लापरवाही का ठीकरा फोड़ने की तैयारी चल रही है। जिससे चहेतों को बचाया जा सके।1जिलाधिकारी को भी नहीं दी सही जानकारी1-बेसिक शिक्षा विभाग की धीमी प्रगति पर राज्य परियोजना निर्देश ने डीएम से इसकी समीक्षा करने को कहा था लेकिन उसके बाद भी कार्य में प्रगति नहीं हो सकी। विभागीय अधिकारियों ने इसकी जानकारी ही नहीं दी। जिससे क्रियान्वयन में की जा रही लापरवाही कागजों में कैद रह गई। 1बीएसए ने की निंदा1-स्टूडेंट डाटा फी¨डग में बीईओ द्वारा रुचि नहीं ली गई। शासकीय कार्य में दस प्रकार की लापरवाही निंदनीय है। 10 अप्रैल तक समय दिया गया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।1 -अजय कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी 1 वेतन का इंतजार कर रहे शिक्षक-संसू, गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में तैनात शिक्षकों व अन्य कर्मियों को तीन माह से मानदेय का नहीं हुआ है।संसू, गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग में छात्रों का डाटा फी¨डग नहीं कराया गया है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 25 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो सका है। जबकि नए सत्र लागू होने से पहले फी¨डग का कार्य पूरा हो जाना चाहिए। इसकी समीक्षा को लेकर बीएसए ने गंभीरता नहीं दिखाई। जिससे बीईओ भी लापरवाह रहे। अब नए सत्र में बजट लेने को लेकर माथापच्ची चल रही है। क्योंकि सही आंकड़े के अभाव में सरकार से धनराशि अवमुक्त कराने में दिक्कत होगी। इसके लिए अब तक किसी की जिम्मेदारी भी नहीं तय की जा सकी है। 1जिले में छह लाख 35 हजार 85 छात्र-छात्रएं बेसिक शिक्षा में पढ़ रहे हैं। कई बार नामांकन संख्या बढ़ाने के लिए एक छात्र को दो से तीन विद्यालयों में पंजीकरण कर दिया जाता है। इसमें पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने 35 ¨बदुओं पर इनका डाटा ऑनलाइन करने का निर्देश दिया था। जिससे गड़बड़ी की समस्या खत्म हो जाए लेकिन यहां इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। आलम यह रहा कि सितंबर से चल रही डाटा फी¨डग में अब तक 12 लाख 83 हजार 72 छात्रों की स्टूडेंट डाटाबेस एमआइएस कराया जा सका है। इसमें झंझरी व पडरीकृपाल में एक भी छात्र का डाटा नहीं अपलोड किया गया है तो कई ब्लॉकों में सौ की संख्या में ही फी¨डग हुई है। इसको लेकर अधिकारियों ने समीक्षा करना भी मुनासिब नहीं समझा। प्रशासनिक अधिकारी भी मौन रहे। अब सत्र समाप्ति पर इसके लिए मंथन चल रहा है। लापरवाही का ठीकरा फोड़ने की तैयारी चल रही है। जिससे चहेतों को बचाया जा सके।1जिलाधिकारी को भी नहीं दी सही जानकारी1-बेसिक शिक्षा विभाग की धीमी प्रगति पर राज्य परियोजना निर्देश ने डीएम से इसकी समीक्षा करने को कहा था लेकिन उसके बाद भी कार्य में प्रगति नहीं हो सकी। विभागीय अधिकारियों ने इसकी जानकारी ही नहीं दी। जिससे क्रियान्वयन में की जा रही लापरवाही कागजों में कैद रह गई। 1बीएसए ने की निंदा1-स्टूडेंट डाटा फी¨डग में बीईओ द्वारा रुचि नहीं ली गई। शासकीय कार्य में दस प्रकार की लापरवाही निंदनीय है। 10 अप्रैल तक समय दिया गया है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।1 -अजय कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी 1 वेतन का इंतजार कर रहे शिक्षक-संसू, गोंडा: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में तैनात शिक्षकों व अन्य कर्मियों को तीन माह से मानदेय का नहीं हुआ है।-ब्लॉक

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