मुरादाबाद : परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या पर शासन की पैनी नजर, बच्चों की कम हाजिरी से छूटा मास्टर जी को पसीना
मुरादाबाद। परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या पर शासन की पैनी नजर है। विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को न केवल प्रतिदिन छात्र संख्या की रिपोर्ट जुटानी पड़ रही है बल्कि छात्रों की नामांकन बढ़ाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इस संबंध में हाल ही में शिक्षकों की कार्यशाला भी आयोजित की गई थी।
सत्र शुरू हुए अठारह दिन बीत गए लेकिन छात्र संख्या जस की तस बनी हुई है। स्कूलों में गिनती के चार पांच बच्चे पहुंच रहे हैं। किसी-किसी दिन तो कई स्कूलों में हालात ऐसे रहते हैं कि एक भी बच्चा स्कूल नहीं पहुंचता। गुरूजी स्कूल का ताला खोलने और बंद करने की ड्यूटी निभा कर चले आते हैं। ऐसे में बच्चों की कम हाजिरी से मास्टर जी को पसीना छूट रहा है। वह शासन में इतनी कम संख्या में रिपोर्ट भेजने से भी डर रहे हैं। उधर, छात्र संख्या बढ़ाने में भी वह नाकाम हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्र और शहर के आसपास के क्षेत्र में ऐसी समस्या अधिक आ रही है। इन स्कूलों में छात्रों की कम संख्या के लिए गुरूजी गेहूं की कटाई का हवाला भी दे रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान भी कम संख्या में मिले छात्र
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण में भी ज्यादातर स्कूलों में नामांकन के सापेक्ष छात्र संख्या बेहद कम पाई गई है। शिक्षकों को इस स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं।
वर्जन
परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए स्कूल चलो अभियान और नामांकन मेले जैसे आयोजन भी किए जा रहे हैं। इस संबंध में शिक्षकों के लिए कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था।
संजय सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी