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बुलंदशहर : परिषदीय स्कूलों को गोद लेंगे सीबीएसई स्कूल

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परिषदीय स्कूलों को गोद लेंगे सीबीएसई स्कूल

बुलंदशहर: आधुनिकता की चकाचौंध में खोए सरकारी स्कूलों की काया बदलने के लिए सीबीएसई स्कूलों ने जिम्मा उठाया है। कुछ सीबीएसई स्कूलों के संचालकों ने एक-एक प्राथमिक विद्यालय गोद लेने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा है कि गोद लेने वाले विद्यालयों में सारी सुविधाएं सीबीएसई स्कूलों जैसी होंगी। पुस्तकों का पैटर्न भी वही रखा जाएगा। जिससे गरीब परिवार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।

बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले गरीब परिवारों के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। ऐसे परिवारों के बच्चे जल्द ही अंग्रेजी माध्यम से कक्षाओं में पढ़ते नजर आएं। इन बच्चों के लिए स्थान भी वहीं होगा, कमरा भी वही होगा, लेकिन पढ़ने-लिखने और बैठने, उठने का तरीका बदल जाएगा। बि¨ल्डग की भी काया बदली हुई नजर आएगी। इन विद्यालयों में पुस्तकें भी सीबीएसई की पैटर्न की होंगी। सारा खर्चा सीबीएसई स्कूलों के संचालक उठाएंगे, लेकिन यह स्थिति सभी विद्यालयों की नहीं होगी। प्रत्येक सीबीएसई स्कूल एक-एक प्राथमिक विद्यालय ही गोद लेगा। जनपद में 47 सीबीएसई की विद्यालय हैं, इनमें से कुछ संचालकों ने तो मांग भी उठा दी है कि प्राथमिक विद्यालय गोद दे दिए जाएं। इससे विद्यालयों के साथ-साथ गरीब परिवारों के छात्र-छात्राओं का भविष्य भी सुधर जाएगा। जिला प्रशासन से भी इसके लिए स्कूलों ने मांग उठाई है। प्रशासन ने इस पर विचार करने को कहा है।

-बाहरी शिक्षक देंगे शिक्षा

गोद लेने वाले सरकारी स्कूलों में प्राइवेट शिक्षक-शिक्षिकाएं कुछ समय के लिए पढ़ाने जाएंगे। जब तक विद्यालयों की स्थिति ठीक नहीं होगी। सीबीएसई विद्यालय अपने शिक्षकों से ही बच्चों को पढ़वाएंगे। साथ ही संबंधित विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी उसी तरह से पढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगे।

-ऐसे स्कूलों के लिए शिक्षकों का होगा चयन

सीबीएसई स्कूल के संचालक परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने वाले ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाओं का शिक्षा विभाग के अधिकारियों के माध्यम से चयन कराएंगे, जो अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में तैनाती से पूर्व पढ़ा चुके हैं। सीबीएसई स्कूल अपने पास के स्कूलों को ही गोद लेंगे।

इन्होंने कहा...

हमने प्रशासन से मांग की है कि सीबीएसई स्कूलों को एक-एक प्राथमिक विद्यालय गोद दे दिया जाए। जिससे उन विद्यालयों में शिक्षा का स्तर अच्छा किया जा सके। उन्हें माडल स्कूलों की तरह अंग्रेजी माध्यम से संचालिक कराया जा सके। इससे गरीब परिवारों के बच्चों को तो अच्छी शिक्षा मिलेगी ही साथ ही अन्य स्कूलों की स्थिति स्वयं सुधरनी शुरू हो जाएगी।

शाह फैसल, सचिव जिला सीबीएसई एसोसिएशन

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प्राइवेट स्कूल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि नजदीक स्थित सरकारी स्कूलों को वह गोद लेंगे। शिक्षण कार्य एवं अन्य सुविधाओं से भी सरकारी स्कूलों की मदद करेंगे।

आंजनेय कुमार ¨सह, जिलाधिकारी

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