लखनऊ : नए सत्र की शुरुआत, स्कूलों में लौटी रौनक, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय सहित कई स्कूलों में शुरू हुई पढ़ाई
लखनऊ (डीएनएन)। स्कूलों में नए शैक्षिक सत्र का आगाज शनिवार से हो गया। नया बैग, पानी की बोतल और कॉपी-किताबों के साथ नर्सरी के कुछ बच्चे रोते हुए क्राइस्ट चर्च स्कूल के गेट पर अपने पापा के साथ पहुंचे। गेट पर स्कूल के कर्मचारी ने बच्चे को प्यार से साथ में लिया। अभिभावक भी बाहर से बच्चों को दिलासा देते रहे। साथ ही प्रॉमिस भी किया कि छुट्टी में चॉकलेट देंगे। राजधानी के ज्यादातर स्कूलों में शनिवार से शैक्षिक सत्र 2017-18 का आगाज हो गया। जहां इस तरह का माहौल देखने को मिला।शनिवार को केन्द्रीय विद्यालय गोमतीनगर में पहले दिन दो से नौ और 12वीं की कक्षाओं का संचालन किया गया। कक्षा एक के बच्चे तीन अप्रैल से स्कूल पहुंचेंगे। वहीं, दूसरे स्कूलों में पहली बार पहुंचे बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए सत्र का पहला दिन बेहद खास रहा। सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में रौनक लौट आई। प्राइवेट स्कूलों के बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए पहला दिन थोड़ा मुश्किल भरा रहा। जल्दी उठकर बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचाने को लेकर अभिभावकों की दौड़ रही। बहुत से बच्चे रिक्शे व वैन चालक के साथ भी आए। स्कूलों में पहले दिन बच्चे पुराने दोस्तों से मिले। ज्यादातर स्कूलों में पहले दिन आगे की पढ़ाई के लिए बताया गया।कई राजकीय व एडेड में नहीं शुरू हुई पढ़ाई : यूपी बोर्ड और सरकारी स्कूल में सत्र का आगाज शनिवार से हो गया। लेकिन यूपी बोर्ड द्वारा संचालित राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज हुसैनाबाद में बोर्ड परीक्षा की वजह से पढ़ाई नहीं हो सकी। यहां प्रवेश के लिए फार्म वितरित किए गए।वरिष्ठ छात्राओं ने संभाला शिक्षण कार्य का जिम्मा जानकीपुरम। कहीं शिक्षकों की कमी तो कहीं शिक्षिकायें अवकाश पर। परिषदीय विद्यालयों में शनिवार को शुरू हुए सत्र के पहले दिन कुछ ऐसी ही अव्यवस्थाएं देखने को मिली। दोपहर करीब बारह बजे जब ‘डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट’ प्रतिनिधि नगर क्षेत्र के जोन-‘दो’ में स्थित प्राथमिक विद्यालय छावनी मड़ियांव में पहुंचा तो वहां कक्षा-दो में छात्रा मुस्कान और कक्षा-तीन में रोशनी व पूजा शिक्षक की कुर्सी पर बैठकर बच्चों को पढ़ा रही थीं। नए सत्र में मुस्कान ने कक्षा-पांच में प्रवेश लिया है और रोशनी व पूजा को पूर्व माध्यामिक विद्यालय में कक्षा-छ: में प्रवेश लेना है, जिसके लिए वह टीसी लेने आई थी। पता चला कि विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक मनोज शुक्ला 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गये है और वहां मात्र दो सहायक अध्यापिकाओं प्रतिज्ञा चतुर्वेदी व रनिता श्रीवास्तव की ही तैनाती है। कक्षा-दो से पांच तक रजिस्टर्ड 167 बच्चों में पहले दिन 127 बच्चें उपस्थित रहे। वहीं नया एडमिशन न होने के चलते कक्षा-एक में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं शिक्षकों के अभाव के चलते इसका सीधा असर शिक्षण कार्य पर पड़ेगा। उधर पूर्व माध्यामिक विद्यालय छावनी मड़ियांव में पहले दिन कक्षा-छ: में केवल एक छात्रा का एडमिशन हुआ, जबकि कक्षा-सात में 30 बच्चों में 17 व कक्षा-आठ में 28 बच्चों में 9 बच्चे उपस्थित रहे। वहां सभी बच्चे एक साथ बैठे थे और इंचार्ज अध्यापिका सुमन कनौजिया अकेले शिक्षण कार्य का जिम्मा संभाले हुए थी। उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापिका ऊषा मिश्रा 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गई है और मालती श्रीवास्तव व पूजा सिंह मेडिकल अवकाश पर है।