मैनपुरी : शिक्षा के क्षेत्र में मिशाल पेश कर रहा है प्राथमिक विद्यालय रजवाना
मैनपुरी। जनपद का एक विद्यालय ऐसा भी है जो बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए मिसाल कायम कर रहा है। प्रधानाध्यापक ने प्रबंध समिति के सहयोग से विद्यालय में नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप स्थापित किया है। जिससे बच्चों को पढ़ायी के लिए नि:शुल्क नोटबुक, पेंसिल, कटर, रबर आदि वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सुविधा से बच्चों में पढ़ाई के प्रति उनकी दिलचस्पी और बढ़ गई है।
बात हो रही है जनपद मैनपुरी के विकास खंड सुल्तानगंज के प्राथमिक विद्यालय रजवाना की। यहां तैनात प्रधानाध्यापक ने स्कूल की दिशा और दशा दोनों को बदल दिया है। स्कूल में पढ़ने वाले शिक्षा के नौनिहालों के लिए प्रधानाध्यापक मुहम्मद इशरतअली ने प्रबंध समिति के सहयोग से विद्यालय में नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप स्थापित की है। अभाव में पढ़ने वाले बच्चों के लिए विद्यालय में स्टेशनरी शॉप की स्थापना सरस्वती का वरदान साबित हो सकती है। कक्षा पांच की अरुणा, नेहा, भावना बताती हैं कि जब उन्हें किसी कॉपी या अन्य वस्तु की जरूरत होती तो माता पिता से कहती। उनके जवाब होते कि हां मंगवा देंगे और यह कहते-कहते हफ्तों बीत जाते। उनके कोर्स पिछड़ जाते थे। लेकिन अब उनकी पढ़ाई पर रुपये बाधा नहीं बन पाती। छात्राओं का कहना है कि हमारे शिक्षक जरूरत पड़ने पर नि:शुल्क किताब, कॉपी, पेंसिल और पेन उपलब्ध कराते हैं। इस सुविधा से छात्र-छात्राएं बेहद खुश हैं। प्रधानाध्यापक बताते हैं कि नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप की स्थापना के लिए उन्होंने प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामसेवक, अभिभावक सदस्य अर्जुन सिंह, मनोज कुमार, पीर मुहम्मद, हरी बाबू, राजीव, शीला देवी, बेबी, धनदेवी व रामनाथ से निवेदन किया था। जिनके आर्थिक सहयोग यह व्यवस्था हो पाई है। इसमें शिक्षक अजित प्रताप सिंह व शिक्षिका श्रद्धा कश्यप की अहम भूमिका है।
रोजाना 70 से 80 प्रतिशत बच्चे रहते हैं उपस्थित
विद्यालय में प्रधानाध्यापक इशरत अली के साथ सहायक अध्यापक अजित प्रताप सिंह व श्रद्धा कश्यप की तैनाती है। विद्यालय में 170 बच्चे पंजीकृत हैं जिनमें से 70 से 80 प्रतिशत बच्चे प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं।
रचनात्मक ढंग से दिया जाता है गृहकार्य
मैनपुरी। यहां बच्चों को गृहकार्य भी बड़े रचनात्मक ढंग से दिया जाता है। प्रधानाध्यापक ने इसके लिए मोहरों का निर्माण करवाया है। जिससे बच्चे गृह कार्य को रुचि के साथ पूरा करते हैं। विद्यालय को गतवर्ष जनपद में बेहतर शिक्षा प्रदान करने व व्यवस्था रखने के लिए उत्कर्ष विद्यालय का पुरस्कार भी मिला है।
प्रधानाध्यापक को मिल चुका है राज्य पुरस्कार
विद्यालय में बेहतर शिक्षा व्यवस्था करने के लिए वर्ष 2016 में विद्यालय के प्रधानाध्यापक इशरत अली को मुख्यमंत्री द्वारा राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया था। जिसके तहत उन्हें 1 लाख 20 हजार रुपये का पुरस्कार मिला था। गत वर्ष शिक्षक दिवस पर उन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ था।
ये सामान है उपलब्ध
नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप में कॉपी, पेन, रबर, कटर, पेंसिल, रंग आदि उपलब्ध है। जो बच्चों को जरूरत पड़ने पर नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
फोटो- 13- सोमवार को प्राथमिक विद्यालय रजवाना में नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप खुलने से प्रसन्नचित मुद्रा में छात्राएं।
फोटो- 14-प्राथमिक विद्यालय रजवाना में स्थापित नि:शुल्क स्टेशनरी शॉप से पेंसिल लेती एक छात्रा।
फोटो- 15- प्राथमिक विद्यालय रजवाना में होमवर्क की वो पुस्तिकाएं जिन पर रचनात्मक मोहरों का किया गया है प्रयोग।