गाजीपुर : खराब प्रदर्शन वाले 350 प्रधानाध्यापक होंगे प्रशिक्षित
जागरण संवाददाता, (गाजीपुर): बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा नई दिशा के तहत आयोजित न्यूनतम अधिगम की परीक्षा में पीछे रहने वाले जिले के 350 स्कूलों के प्रधानाध्याकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में अभिप्रेरणा शिविर आयोजित किया गया है। यहां सुबह नौ से दोपहर बारह बजे तक प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ में उनसे जुलाई की कार्ययोजना भी ली जाएगी।
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और बेसिक शिक्षाधिकारी अशोक कुमार यादव ने परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए मोबाइल एप 'नई दिशा' का शुभारंभ किया। इसके तहत बच्चों व शिक्षकों में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने, उनकी गुणवत्ता परखने और निगरानी करने का काम पारदर्शी तरीके से किया जाता है। इसी के त्रिस्तरीय न्यूनतम अधिगम परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें जिले के सभी 2752 विद्यालयों के पौने तीन लाख बच्चों ने प्रतिभाग किया। अंत में सभी परीक्षाएं पास करने वाले कक्षा एक से आठ तक के कुल 44 बच्चे चयनित किए गए। फिलहाल उन्हें पांच दिवसीय शैक्षिक भ्रमण पर भेजा गया है। इस परीक्षा में बहुत से विद्यालय ऐसे थे जिनके बच्चों को प्रदर्शन काफी बेहतर या संतोषजन रहा, लेकिन कुछ विद्यालय एकदम फिसड्डी रहे। बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर कमजोर प्रदर्शन करने वाले 350 विद्यालयों का चयन किया गया।
तीन चरण में होगा प्रशिक्षण
- न्यूनतम अधिगम की परीक्षा में कमजोर प्रदर्शन करने वाले 350 स्कूलों को चिह्नित किया गया है। वहां के प्रधानाध्यापकों के लिए जिला पंचायत सभागार में अभिप्रेरणा शिविर आयोजित किया गया है। इसमें उन्हें नौ से दो बजे तक तीन चरण में प्रशिक्षित किया जाएगा कि वह अपने स्कूल की शैक्षिक गुणवत्ता कैसे सुधार सकते हैं। इसके लिए उनसे जुलाई की कार्ययोजना भी ली जाएगी।- अशोक कुमार यादव, बीएसए।
जागरण संवाददाता, (गाजीपुर): बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा नई दिशा के तहत आयोजित न्यूनतम अधिगम की परीक्षा में पीछे रहने वाले जिले के 350 स्कूलों के प्रधानाध्याकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में अभिप्रेरणा शिविर आयोजित किया गया है। यहां सुबह नौ से दोपहर बारह बजे तक प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ में उनसे जुलाई की कार्ययोजना भी ली जाएगी।
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और बेसिक शिक्षाधिकारी अशोक कुमार यादव ने परिषदीय विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए मोबाइल एप 'नई दिशा' का शुभारंभ किया। इसके तहत बच्चों व शिक्षकों में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने, उनकी गुणवत्ता परखने और निगरानी करने का काम पारदर्शी तरीके से किया जाता है। इसी के त्रिस्तरीय न्यूनतम अधिगम परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें जिले के सभी 2752 विद्यालयों के पौने तीन लाख बच्चों ने प्रतिभाग किया। अंत में सभी परीक्षाएं पास करने वाले कक्षा एक से आठ तक के कुल 44 बच्चे चयनित किए गए। फिलहाल उन्हें पांच दिवसीय शैक्षिक भ्रमण पर भेजा गया है। इस परीक्षा में बहुत से विद्यालय ऐसे थे जिनके बच्चों को प्रदर्शन काफी बेहतर या संतोषजन रहा, लेकिन कुछ विद्यालय एकदम फिसड्डी रहे। बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर कमजोर प्रदर्शन करने वाले 350 विद्यालयों का चयन किया गया।
तीन चरण में होगा प्रशिक्षण
- न्यूनतम अधिगम की परीक्षा में कमजोर प्रदर्शन करने वाले 350 स्कूलों को चिह्नित किया गया है। वहां के प्रधानाध्यापकों के लिए जिला पंचायत सभागार में अभिप्रेरणा शिविर आयोजित किया गया है। इसमें उन्हें नौ से दो बजे तक तीन चरण में प्रशिक्षित किया जाएगा कि वह अपने स्कूल की शैक्षिक गुणवत्ता कैसे सुधार सकते हैं। इसके लिए उनसे जुलाई की कार्ययोजना भी ली जाएगी।- अशोक कुमार यादव, बीएसए।