एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

महराजगंज : जांच आगे बढ़ी तो नपेंगे कई जिम्मेदार, अतिरिक्त कक्ष के निर्माण में अनियमितता, कुल 36.36 लाख रुपये का हुआ है दुरुपयोग कई शिक्षक और विभागीय कर्मचारी भी सकते में

0 comments

महराजगंज : जांच आगे बढ़ी तो नपेंगे कई जिम्मेदार, अतिरिक्त कक्ष के निर्माण में अनियमितता, कुल 36.36 लाख रुपये का हुआ है दुरुपयोग कई शिक्षक और विभागीय कर्मचारी भी सकते में

जागरण संवाददाता,घुघली, महराजगंज: परिषदीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष के लिए आवंटित धन के दुरुपयोग के मामले में दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद कई शिक्षक और विभागीय कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए हैं, क्योंकि जांच आगे बढ़ी तो कइयों का नपना तय है।1 फरेंदा क्षेत्र के रमभौली गाँव निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता सुबाष यादव ने 29 सितम्बर 2016 को इस बावत तहसील दिवस में शिकायत की थी। कार्यवाही न होने पर उन्होंने शपथ पत्र के साथ मंडलायुक्त से भी शिकायत की जिसमें कहा गया था कि वित्तीय वर्ष 2012-13 में पहली और 2013-14 में दूसरी किश्त के रूप में एसीआर के लिए धन आवंटित हुआ। इसमें भवन प्रभारी एवं ग्राम प्रधान के नाम से चेक कटा लिया गया गया। शिकायत पर विभाग और प्रशासन का रुख गंभीर होता न देख एक अन्य आरटीआइ कार्यकर्ता उमेश प्रसाद ने 26 अप्रैल 2017 को सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मंडलायुक्त से कार्यवाही संबंधी रिपोर्ट मांगी, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और मंडलायुक्त के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर शिक्षक नेता और वेद प्रजापति खिलाफ सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला पुलिस ने दर्ज कर लिया। इस पहली कार्यवाही से विभाग के लोगों में दहशत कायम हो गई है। माना जा रहा है कि जांच अगर सही तरीके से हुई तो कई जिम्मेदार नपेंगे। भवन निर्माण से सम्बंधित पूरा महकमा इसे लेकर परेशान है। कुल खेल 36.36 लाख के हेर-फेर का है, जिसका उपयोग 18 अतिरिक्त कक्षा के निर्माण में होना था। बेसिक शिक्षा विभाग का वह हिस्सा जो निर्माण की जिला स्तरीय निगरानी करता है, उसके इर्द गिर्द भी इस खेल के जाल घिरते नजर आ रहे हैं।1 इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी संतोष कुमार शुक्ला का कहना है कि कार्यवाही की शुरुआत हो गई है, जो कोई भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।