अवैध स्कूलों के आगे लाचार शिक्षा महकमा, सुविधाओं के नाम पर वसूल रहे मनमानी फीस, शिकायतों के साथ साक्ष्य देने पर भी नहीं होती कार्रवाई
सीएम के निर्देश से प्रभावित स्कूल : जहां एक ओर निजी स्कूल कमाई का जरिया बन चुके हैं तो वहीं एक एवीएस स्कूल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों से प्रभावित है। यहां बच्चों से प्रवेश शुल्क के अलावा कोर्स फ्री कर दिया गया है और मानवीय नजीर पेश की है।
संसू, वजीरगंज : शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के चलते ब्लॉक क्षेत्र में बिना मान्यता के निजी स्कूलों की भरमार है। विभागीय नियमों को दरकिनार कर इन स्कूलों में सुविधाओं के नाम पर मनमानी फ़ीस वसूली जा रही है और बेबस अभिभावक का दोहन कर रहे हैं। इन स्कूल संचालकों के आगे शिक्षा विभाग लाचार नजर आने लगा है। सीएम की सख्ती के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने से बचते दिख रहे हैं।
बिना मान्यता के हर गली-कूंचों में संचालित निजी स्कूल विभाग के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं। इन स्कूलों के आगे कोई भी विभागीय नियम मायने नहीं रखता। स्कूल, कब खोला जाएगा, कितनी फीस वसूली जाएगी और किसी के लिए कितना रूपया अभिभावकों से मांगा जाएगा। यह सबकुछ संचालक ही तय कर लेते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को जानकारी होने के बाद भी सांठगांठ कर धड़ल्ले से संचालन जारी है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन स्कूलों की कभी मॉनीटरिंग नहीं की जाती।
साठगांठ होने की वजह से अभिभावकों की शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। कुछ समय पहले अभिभावकों ने होली चौक समेत कई मोहल्लों में बिना मान्यता स्कूलों के संचालन होने की शिकायत की थी। कार्रवाई तो दूर की बात है, इन स्कूलों के खिलाफ जांच तक नहीं की गई। नगरवासी मनोज कुमार ने गैरमान्यता स्कूलों का डाटा प्रस्तुत कर शिकायत भी की थी, बताया था कि आठवीं तक की मान्यता होने के बाद भी हाईस्कूल की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। जहां न तो बैठने के लिए फर्नीचर है और न ही पीने के लिए पानी। शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। इस शिकायत को बीइओ ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
गैर मान्यता स्कूलों सूची बनाकर बंद कराने का निर्देश दिया गया है। अगर कहीं साक्ष्य सहित शिकायत की गई है तो इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी ।
- प्रेमचंद यादव, बीएसए
सुविधाओं के नाम पर वसूल रहे मनमानी फीस
शिकायतों के साथ साक्ष्य देने पर भी नहीं होती कार्रवाई