डीएम ने दिया प्रशस्ति पत्र, बीएसए ने किया निलंबित
बुलंदशहर: बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की हनक देखिए कि गरीब, बेसहारा बच्चों के लिए अच्छा काम करने वाली शिक्षिका को निलंबित कर दिया। जिस शिक्षिका को जिलाधिकारी ने अच्छे कार्य के लिए बुलाकर प्रशस्ति पत्र दिया था, उसी शिक्षिका को खंड शिक्षा अधिकारी ने निलंबित करा दिया।
प्राथमिक विद्यालय देवीपुरा में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनात ज्योति भारद्वाज को तत्कालीन जिलाधिकारी आजंनेय कुमार ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था। ज्योति भारद्वाज विद्यालय में पढ़ाने के साथ-साथ ऐसे छात्र-छात्राओं को शिक्षित करती हैं, जो कभी विद्यालय नहीं जाते हैं। ये बच्चे झुग्गी-झोपड़ी एवं सड़कों के किनारे रहते हैं। जिलाधिकारी ने 24 दिसंबर को नुमाइश मैदान में एक सेमिनार आयोजित कराई। इस सेमिनार में जनपद के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को बुलाया गया। यहां पर ज्योति को सम्मानित किया गया। नगर शिक्षा अधिकारी ने सुबह 8 बजे विद्यालय का निरीक्षण किया। उस समय ज्योति विद्यालय में मौजूद थीं। नगर शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को कमरे से बाहर बुलाया और सेल्फी खींच ली। उसके बाद ज्योति को अनुपस्थित दर्शा दिया और बेसिक शिक्षा अधिकारी को निलंबन की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट भेज दी। बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सक्सेना ने नगर शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर ज्योति को निलंबित कर दिया।
इस संबंध में प्रधानाध्यापिका ने बीएसए को पत्र भी लिखा, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र सक्सेना ने बताया कि नगर शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर निलंबित किया गया है। उनकी शिकायत पर दूसरे खंड शिक्षा अधिकारी से जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि नगर शिक्षा अधिकारी ने गलती की है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।